लोकतन्त्र दिवसमे सम्मानित पत्रकारसभकेँ सम्मान

सीमाञ्चल समदिया

4 दिन पहिले प्रकाशित

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उपेन्द्र भगत नागवंशी,
जनकपुरधाम–१५गते, जेष्ठ । संघीय लोकतान्त्रिक गणतन्त्रात्मक देश कायम भेलाके बार्षिकी पर मधेश प्रदेश सरकार एकटा कार्यक्रम आयोजन कएलक । आइ बृहस्पति दिन मधेश प्रदेश अन्तर्गतके प्रेस स्वतन्त्रता सेनानीसभकेँ  कार्यक्रममे आमन्त्रण क’क’ कदरपत्र एवं नगद रकम ११ हजार सहित विशेष रुपस’ सम्मानित कएलगेल ।

 

मधेश प्रदेशके मुख्यमन्त्री सशितकुमार सिंह, गृह सञ्चारमन्त्री राजकुमार लेखी, शिक्षा मन्त्री रानी शर्मा तिवारी आदि कार्यक्रममे अग्रज पत्रकारसभकेँ सम्मान पुरस्कार अर्पण कएलनि । एहिस’पत्रकार पत्रकारिताक्षेत्रप्रति मधेशसरकार साकारात्मक छै ओ सन्देश जाइत छै । मुदा समग्रमे पत्रकार पत्रकारित प्रति जेहने कन्हा नजैर संघ सरकारकेँ छै तहिमे कनेको कम प्रदेश सरकारे नइ छै ।

 

जहिया–जहिया देशमे शासक वर्ग पर कोनो तरहक खतरा उत्पन्न होइत छै । तहिया तहिया पत्रकार सञ्चारकर्मी संचार प्रतिष्ठानकेँ उपयोगी बनाब लेल गहारैत छै । अनेक तरहके कसरत कएल जाइत छै । अखनुका व्यवस्था आनबमे पत्रकारसभकेँ अहम् भूमिका छै ।

 

२०४६के बहुदलीय प्रजातन्त्रके आनबबाला आन्दोलन होए । २०६२–६३के आन्दोलन होए, मधेश आन्दोलन होए सबटा आन्दोलनमे सञ्चारक्षेत्र, सञ्चारकर्मीसभके भूमिका कोनो राजनीतिक दल ओकर कार्यकर्तासभस’ मिसियोभरि कम नइ रहल । बरु ओहिस’ अधिक रहल । जाहिके सराहना करैत तत्कालीन प्रधाानमन्त्री गिरिजा कोइराला कहने छलैथ—“नेपाली सञ्चार जगत राष्ट्रक चारिम अङ्ग नइ प्रथम अङ्ग छै । जौं ई प्रथम अङ्ग नइ रहित त’ जनआन्दोलन–दू सफल नइ होइत !”

 

तेकराबाद सञ्चारक्षेत्र सञ्चारकर्मी बास्ते, ओकर जीवन–जीविका बास्ते सञ्चारकर्मीके सन्तती वास्ते नइ संघसरकार, नइ प्रदेश सरकार किछु करए सकलाह । बरु प्रधानमन्त्री डा.बाबुराम भट्टराई बेरमे सञ्चारक्षेत्रकेँ आओर धरासायी करब हेतु कम्पनी एक्ट लगा देलैन्ह ।

 

पत्रकारके करके दायमे आनब काज भेल । पत्रकारिता प्रतिष्ठानसभकेँ उद्योगके रुपमे बर्गिकृत क’क’ राखिदेल गेल; जे सेवामुखी रोजगार छल । आओर सुविधा सभ सेहो कटौती कदेलगेल । विज्ञापन भर पर मात्र चलबाला सञ्चारक्षेत्रके विज्ञापन सुखन लाब’ लेल कार्यालयसभके आशाचपु आदि सब समाप्त करब काज भेल ।

 

आब अखनु फेर संघीय लोकतान्त्रिक देश नेपालकेँ व्यवस्थाकारसभ पर, परिवारवादी राजनीतिक दल सत्ताक संघार पर मोनार्की पक्षधरसभकेँ पक्ष मजगुत होइत देखल जारहल छै तखनि फेरस’ सञ्चार आ सञ्चारकर्मीकेँ अपना–अपना दिश करब खेल शुरु भेल छै । एहि खेलमे मधेश प्रदेश सरकार सेहो आगु आएल अछि । जरुरी छै कोनो लोभ लालचमे नइ फंसिक’ सुच्चा कलमजीवी भ’क’ राष्ट्रहितके सर्वोपरि केन्द्रमे राखिक हमसभ कलम चलावी ।  

 

संघीय व्यवस्था अएलाबाद दोसर कार्यकाल आ तेसर मुख्यमन्त्रीद्वारा मधेश प्रदेश सरकारमे अखनु चलिरहल छै । लालबाबु राउत, सरोजकुमार यादवके बाद जनमत पार्टीस’ सम्बद्ध सतिशकुमार सिंहके नेतृत्वमे मधेश सरकार अछि । जेष्ठ १५ गते लोकतन्त्र दिवस मनाओल जाइत छै । एहि अवसर पर आइ बृहस्पति दिन राजधानीमे एकदिश गणतन्त्र दिवस आ दोसरदिश राजावादी पक्षधर दलसभकेँ कार्यमक्र छल । मुदा निसन्न कार्यक्रम एहिपक्षके रहल । गाण्तन्त्रवादीसभ फोक नजरि आएल ।

 

एहिबीचमे लोकतन्त्र दिवसकेँ अवसरे पर मधेश प्रदेशमे दू दर्जनस’ अधिक प्रेस स्वतन्त्रता सेनानीसभकेँ स्थानीय एकटा होटलमे एकटा कार्यक्रम आयोजन कए नगद रकम सहित पुरस्कृत आ सम्मानित कएलगेल । एहिकेँ अधलाह गप्प नइ मानल जाय । मुदा प्रश्न उठैत छै जाहि क्राइट एरियाके पकैरक’ सम्मानित कएलगेल छै कि ओ सभगोटे लोकतन्त्र पक्षधर,मधेशके पक्षधर पत्रकार समाविष्ट छथि ?  हँ, दलपक्षधरसभ अरबैसक छै । मधेशो सरकारमे नेकाँ, नेकपा एमाले जनमत आदि दलके गठबन्हन छै ।

 

स्वाभाविक छै एहि बहन्ने फेरस’ एकबेर दलपक्षधरे सभकेँ सम्मानित होब’के अवसर जुड़लैए । अन्यथा देशमे पत्रकारिताक्षेत्रक सर्वोच्च सम्मान प्रापकसभकेँ फेरस’ सम्मान पुरस्कार देबके कोन तुक ! हुनकासभकेँ लोकतान्त्रिक धारयुक्त लेखनक मूल्याकंण भेल छै ?? किन्नहुँ नइ ! तखनि जे लोकतन्त्र गणतन्त्रकेँ लेल नारा जुलुस कएलन्हि । माथ कपार फोरौलन्हि । तिनकासभकेँ कार्यक्रमोमे नइ बजाएब पैघ अपमान नइ भेलै । चित्र श्रोतः सामाजिक सञ्जाल

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