श्रम कानुन एवं व्यवसायजन्य सुरक्षाप्रति अन्तरकृया

सीमाञ्चल समदिया

10 दिन पहिले प्रकाशित

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जनकपुरधाम१६ गते, बैशाख । नेपाल सरकार मातहतके ‘श्रम तथा रोजगार कार्यालय’ जनकपुरधामद्वारा मङ्गलदिन सञ्चारकर्मीसभ जौरे अन्तरकृया कएलगेल ।

 

देशके बदलैत शासकीय संरचना–स्वरुप मुताविक श्रमक्षेत्रके समस्या आ समाधानिक उपाय एवं भावि रणनीतिप्रति केन्द्रित एतह अन्तरकृया आयोजन कएलगेल ।

 

उत्तम खड्काद्वारा सञ्चालित कार्यक्रममे श्रम तथा रोजगार कार्यालय जनकपुरधामके प्रमुख बरिष्ठ श्रमअधिकृत(उपसचिव) दिवाकर भुजेल कार्यालयक सम्पूर्ण गतिविधि समेटल विवरण प्रस्तुत कएलाह ।
  

 

 मधेशप्रदेश अधिन आठ जिला मादे पाँच जिला जनकपुरधाम कार्यालय अर्न्तगत पड़ैत छै । प्रमुख भुजेल कार्यक्रममे  जनतब देलाह । “अखनुका आर्थिकवर्षमे ११२ टा उद्योग, प्रतिष्ठानमे कार्यालयद्वारा अनुगमन निरिक्षण कएलगेल छल ।

 

श्रम सम्बन्धि विभिन्न व्यक्ति निकायके ४६ टा आवेदन–उजुरी पड़ल छल । जाहि मादे अधिकांश पर छलफल पैरवी करैत निकास दियाबक काज भचुकल छै । मात्र ७–८ टा फैशला होबमे बांकी रहिगेल छै । ओहो आषाढ़ महिनाभरिमे भइए जाएत” कार्यालय प्रमुख भुजेल विवरण प्रस्तुत करैत दाबी कएलाह ।  

 

श्रम कानुन एवं व्यवसायजन्य सुरक्षा, स्वास्थ्य सम्बन्धि श्रमिक आ रोजगारदाता सहित सरोकारी लोक निकायसंगे समन्वय करैत विभिन्न तरहके जनसचेतना मूलक कार्यक्रम आयोजन कार्यालय करैत आएल छै । जाहिके सञ्चार माध्यममे खासे स्थान नइ भेट सकल । तैँ आजुका कार्यक्रम सञ्चारकर्मीसभ जौरे रहिक कएलगेल ओहो जनतब कार्यक्रममे देलगेल ।
    

 

धनुषा, महोत्तरी, सिरहा,सप्तरी,सर्लाही  सहित पाँच जिला कार्यक्षेत्र रहल श्रम तथा रोजगार कार्यालय कायम भेल समयस’ वर्तमानधैर व्यक्तिगत एवं संस्थागत  नव–पुरान मीलाक’ ३० हजार ६२ गोटे श्रम स्वीकृति कार्यालयस’ लेने तथ्यांक रहल छै । कार्यालय ११८ श्रम अडिट एवं ११२ बाल श्रम निरीक्षणक काज समेत कचुकल छै, ओहो जनतब भेटल ।

 

कूल पाँचगोटे कर्मचारीक भरमे सञ्चालित कार्यालय जनशक्ति कम होइतो श्रम सम्बन्धि विवादमे श्रम अदालतक सम्पूर्ण फैशला कार्यान्वयन कराबमे सफल भेल छै ।

जाहि क्रममे तीनटा उद्योग–प्रतिष्ठानकेँ बैंक खाता बन्द कराक’ सम्पूर्ण अचल सम्पति रोक्का राखब काज कार्यालय कएने छै ।
    

मधेश प्रदेशमे उल्लेखित पाँच जिलामे विशेषक छोट एवं मझौला उद्योगसभ कानुनी दायित्वसभ पालन करब ओहन प्रवृतिक विकास अखनुधैर नइ होब’ सकल छै ।

 

श्रमिकसभ औनौपचारिकक्षेत्रमे बेसी कार्यरत छै जत’ श्रम ऐन कार्यान्वयन नइ भपाबैत छै । एहन दुबिधासभ सेहो कार्यकक्रमे पैघ समस्याक रुपमे देखार भेल छै ।

 

एकर कारण श्रमिक आ रोजगारदाता दुनूपक्षमे चेतनाक अभाव रहल ठहर कार्यालय प्रमुख भुजेल पत्रकारसभकेँ जिज्ञासा शान्त करैत प्रश्नक उत्तर दैत कहलाह ।

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