राष्ट्रके चारिम अङ्गसंग अन्यायपूर्ण व्यवहार नइ होएःमन्त्री लेखी

16 दिन पहिले प्रकाशित
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जनकपुरधाम,चैत–११गते । मधेश प्रदेश सरकार मातहतके मिडिया काउन्सिलद्वारा मिथिला नगरि जनकपुरधाममे रविदिन पत्रकार आचार संहिता पर एकदिना गोष्ठी सममपन भेल ।
समाजके सच्चा पहरेदारीकर्ता सञ्चारकर्मीसभकेँ आर्थिक रुपस’ सबल नइ रहलास’ पत्रकारिता अपन लक्ष्यस’ बिमुख होब’ सकैए तेकर प्रारुपसभ देखाय लागल छै । जे राष्ट्रके लेल नीक संकेत नइ !
अखनु सञ्चारक्षेत्र,सञ्चारकर्मी विशेष रुपस’ प्रदेशतहमे अत्याधिक आर्थिक मारिमे पड़ल अछि । एहि विषय पर अपन धारना राखैत प्रमुख अतिथिक रुपमे मधेश प्रदेशके गृह सञ्चार तथा कानुन मन्त्री राजकुमार लेखी बजलाह—“राष्ट्रके चारिम अङ्ग मानलगेल सञ्चारजगतमे काज कएनिहारसभकेँ एकटा पीयुनोस’ कम दरमाहा राखब सरासर अन्याय छै । एहि विषय पर तिनुतहकेँ सरकारकेँ विचार करब आवश्यक अछि ।”
“बढ़ैत मंहगी आ जोखिमयुक्त काजमे लागल पत्रकारसभकेँ उचित दरमाहा भत्ता भेटक चाही । मुदा जे जनतब एहिगोष्ठी मादे भेटल ओ अचजरमे पारबाला छै ।
पत्रकारसभकेँ सेवा सुविधा संघ सरकारस’ निर्धारण कएलगेल छै ओ सुविधा अत्यन्त न्युन आ नीचस्तरक अछि । प्रतिष्ठीत लोककेँ प्रतिष्ठोचित सुविधा देल जाय चाही । जे नइ देल जारहल छै ।
एहि अन्यायबिरुद्ध पत्रकारसम्बध संस्थासभ कीयक आबाज अखनुधैर नइ उठाब सकल छै ?” अपन धारना राखैत मन्त्री लेखी सेहो बात कहलाह । प्रदेश सरकार एहि विषष्य पर गम्भिर छै आ आम सञ्चार प्राधिकरणकेँ ऐन संशोधन करएमे लागल छै ।
एहि सम्बन्धमे संस्थागत रुपमे अपने सञ्चारकर्मीसभ आउ की कएलास’ मधेशक सञ्चारजगत आ सञ्चारकर्मीसभकेँ भल हौतै ओकन काज अवलम्बन कएल जएतै । कार्यक्रममे सहभागी एकसय जतेक पत्रकारसभस’ सेहो आग्रह मन्त्री लेखी कएलाह ।
मिडिया काउन्सिलके कार्यवाहक अध्यक्ष कैलाश कुमार दासके सभापतित्वमे भेल ‘पत्रकार आचार संहिता पालन’ सम्बन्धि गोष्ठीमे नेपाल पत्रकार महासंघके केन्द्रिय सदस्य राजेशकुमार कर्ण आचार संहिता पालनमे होइत आयल दुविधा असुविधा बारेमे सुझाब सहितक कार्यपत्र प्रस्तुत कएलाह ।
नेपाल पत्रकार महासंघ धनुषाके समन्वयमे गोष्ठीमे भेल । ओ गोष्ठीमे नेपम धनुषा अध्यक्ष पुरन साह अपन धारना राखैत—‘हमसभ बिराट ह्ृदयके मिथिलाक्षेत्रबासी मैथिली संस्कार संस्कृतिकेँ पुजक छी ।
हमरसभकेँ संस्कार व्यवहारमे की करब की नइ करब सिखाओल जाइत छै । तखनि हमसभ पेशागत मर्यादाके पालन करैत अपन आचार संहिता अपनेस’ पालन करबप्रति उदाशिन नइ होइ ।
सामाजिक दायित्व बहनकारक जिम्मेवारीबोधक पेशामे लागल छी तेकर मर्यादा कायम राखहि पड़त । ओ सुझाव देलाह ।
अग्रज पत्रकार एवं मधेश पज्ञा प्रतिष्ठानक अध्यक्ष रामभरोस कापडि़ ‘अखनु पत्रकारिता करब सहज भगेल छै । मुदा तीन दशक पहिनेधरिक पत्रकारिता कतेक कठिन छल ओ आजुक युवा कल्पनो नइ कर सकैए ! ओ बृतान्त सुनौलाह ।
अग्रज पत्रकार बिएम खनाल –‘प्रभाव दबाबमे पत्रकारिताक्षेत्र अपन मूलधर्मस’ भटैक रहल छै तेकर पाछू कतहु नइ कतहु आर्थिक कारण सेहो छै ।’कहलाह ।
ततहि सीमाञ्चल सम्पादक उपेन्द्र भगत नागवंशी ‘आर्थिकयुगमे अर्थ बहुत किछु अर्थ राखैत छै । हमसभ एहिदिशामे गप्प नइ करए चाहैत छी । मर्यादित पेशाक मर्यादा ताबतधरि पुर्ण पालन नइ होएत जाबतधैर सञ्चारक्षेत्र, सञ्चारकर्मीसभ आर्थिक रुपस’सबल नइ होएत । अर्थ शास्त्र बिग्रैत छै, कमजोर होइत छै त’ सभस’पहिने नैतिक रुपस’लोग कमजोर भजाइत छै ।
कियक नइ मधेश सरकार अपन प्रदेश भरिमे अधिकस’अधिक आठसय पत्रकार छै मासिक पचास हजारक उपलब्ध कराबौक त’ आपरुप आचार संहिता मात्रे पालन नइ होएत । सत्य, निष्ठापूर्वक पत्रकारिताधर्मके पालन होब’ लागत । आ पत्रकारसभ अपन कर्मस’ भटकैत छै । एहि भटकाब कारणमे राज्य व्यवस्थाकेँ, राजनीतिकर्ताके नागवंशी पैघ दोषी मानलाह ।
कार्यक्रममे मधेश प्रदेश गृह सञ्चार तथा कानुन मन्त्रालयक सचिव उद्धव प्रसाद रिजाल–‘योग्यता दक्षताक आधारमे दक्ष लोककेँ पत्रकारिता पेशामे लाबकेँ प्रयास होएत तखन व्यविचार हटत पीत पत्रकारिता होबस’ रुकत । तैँ सम्बन्धित पेशामे नीक अनुभवी लोक आएत तखने पेशागत शुद्धता रहत । ओ धारना व्यक्त कएलाह ।
‘पत्रकार स्वयं आब समाचार बन’ लागल छै । कमस’कम हमसभ एहन नइ करी अपन आचार संहिता अपनेस’ पालन करी, अध्यक्षीय मनतव्य राखैत काउन्सिल अध्यक्ष कैलाश दास सहभागी बरिष्ठ, कनिष्ठ पत्रकारसभस’ आग्रह करैत कहलाह ।
कार्यक्रममे जनकपुर उद्योग बाणिज्य संघ अध्यक्ष सुरेन्द्र भण्डार,चलचित्र तथा लोकसञ्चार प्रवद्र्धनके कार्यवाहक अध्यक्ष अशोक दत्त, प्रेसस्वतन्त्रता सेनानी रामभरत साह, पत्रकार सुभाष कर्ण, सन्तोष कर्ण, सहितके सहभागीसभ सेहो अपन अपन धारना रखने छलाह ।