…आब एतुह खेतेमे पोआर डाहिक छाउर बनबैत, बायुमण्डमे असन्तुलन पैदा करैत

२०७७ कार्तिक २१, शुक्रबार ०६:४७
सीमाञ्चल समदिया

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सीमाञ्चल समदिया,
जनकपुरधाम । धान झारला अर्थात दौनी कएला बाद आब तराई-मधेशक्षेत्रमे सेहो पोआरके डाहब जेहन काज हुअ लागल छै । अइस’वातारवरणमे नाकारात्मक प्रभाव एकदिश पारैत छै ततै दोसर दिस मालजालके भेटबाला आहार सेहो डैहक छाउर भजाइत छै ।

धनुषा जिलाके हँसपुर नगरपालिका अन्तर्गत सेहो खेतेमे पोआर डाहब काज भेल छै । नगरसदर मुकाम बघचौरामे बृहस्पति दिन थ्रेसरस’ दौनी करौला पछाइत पोआर डाहिदेल गेल छै । बघचौरास’ तारापट्टी जाएबाला बाटमे धान झाइरक बहराएल पोआरके खेतेमे डाहि देलगेल ।

आब नइ मालजाल लोक ओतेक रखैए जे पोआरक आहार मालजाल लेल बनतै । नइ लोक लेबाल होइछै । तेहन अवस्थामे जानके जबाल भजाइत छै लार-पोआर ! कतह टाल लगाउ, गृहस्त ओहिना बिना काजके टलियाक किएक राखौ । दौनियो ट्रेक्टर-थ्रेसरस’ भजाइत छै । झटूवा बनाक राखु सेहो आब ओतेक काजुल नइ होइत छै । लोक सिमेन्टीके खपरैल, पक्का छत्त पिटौआ घर बेसी बनबैत छै ।

एकदम दिन हीन छै ओहन लोक आब फूसघर रखने छै , जिनका छार परैत छै । जेकर संख्या बड थोर छै । तहुदुवारे लार,पोआरके खपत नइ होइत छै । दुरा खरिहान सेहो लोकके आतेक नइ चाही । दौनियो चौरिएमे खेतेपर भजाइत छै । उठाक लजाएमे समस्या उपरस’ के उठाओत । तहु दुवारे डाहिक छाउर बनाबमे अधिक उचित बुझाइ छै । बघचौराके ७० वर्षक शिवशंकर साह सीमाञ्चल समदियाके बतौलक ।
पोआर डाहिदेलास’ ओकर धूँवाँ वायुमण्डलमे जाक खराबी करैत छै । कार्बनडाय अक्साइड जेहन घातक ग्यास जम्मा भजाइत छै । जे मानव स्वास्थ्य लेल समेत बेसी घातक होइत छै । अइ बातके जनतब छै पुछला पर हौ बौआ लोक तत्कालिक फैदा देखैछै । बांकी जे से होउ ककरो कोनो सरोकार नइ, साह बजलाह ।

स्मरणीय छै भारतके पञ्जाब प्रान्तमे धानगहुँम कटा बाद खेतेमे पोआर भूस डाहि देलास’ ओकर धूवाँ भारतक राजधानी दिल्लीधैरके आकासमे अन्हार करैत आएल समस्या भोग परैत छल । ओहने सुमस्या हमरासभकेँ देश प्रदेशमे नइ आओत ओ कहल नइ जासकैए । तौ समय रहैत पोआर डाहब काज पर रोक लगाओल जाय चाही ।

बरु डाहबके स्थान पर माटि तरमे कुट्टी काइटक गारलास’ खाद्यके काज सेहो करत अइ यिदन कृषक सभकेँ जागरुक कराएब काज स्थानीय पालिकासभ मादे हुअ चाही । धन्यवाद कही कोरोना संक्रमणके जाहिके डरस’ लोक आधा बरिसस’ बेसी समयस’ बन्दाबन्दी झेलैत आएल छै । मुदा प्रकृति अइ अवधिमे पैघ चमत्कार देखौलक अइ । मौशम साफ सुन्र भगेल छै । आब पोआर डाहिक प्रदुष्ण फैलाबके काज नइ कएल जाए चाही ।

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