सीमाञ्चल समदिया,
जनकपुरधाम । ‘‘वर्तमान समयमे राजनीतिके दुषित करब काज केन्द्रस्थरस’ भरहल छै । हरेकक्षेत्रमे अव्यवस्था अस्थीरता उत्पन करब काज संघीय सरकार आ ओकर मातहतके कर्मचारीसभ मादे कएल जारहल छै । तथापि हमसभ अपन प्रदेशकेँ नीक करी, ओहि नीक करब दिश केन्द्रित रही’’, प्रदेश दूके भौत्तिक पूर्वाद्धार विकास मन्त्री जितेन्द्र सोनल एकटा समारोहमे बजलाह ।
शनिदिन पूर्वि धनुषाके सबैलामे आयोजित कार्यक्रममे मन्त्री सोहन ‘‘ राणा, पृथ्वी नारायण शाह एवं पञ्चायत कालस’ बहुदलीय प्रजातान्त्रिक काल धैर एवं ओकराबाद संघीय लोकतान्त्रिक कालके समय धैरमे देशमे अस्त-ब्यस्तता आनब आ ओहि नाम पर शासन करब खेल सार्वाधिक भेल छै, भरहल छै,कहलाह । अस्थिरता अस्तब्यस्ततास’ विकास निर्माणके काजसभ अबरुद्ध भेल । जनअपेक्षा कुण्ठीत होइत आएल लोकक सपना जनप्रतिनिधि पुरा नइ कए पाइब रहल छै मन्त्री सोनल सेहो तर्क देलाह ।
धनुषा जिलाके सबैला नगरपालिका स्थित एकटा विद्यालयमे आयोजित ‘मेका इन्जिनियरिंग समाज’केँ उद्घाटन एवं साधारणसभामे प्रमुख अतिथिके रुपमे मन्त्री सोनल सहभागी भेल छलाह । कार्यक्रममे अपन धारणा राखैत ओ ‘‘ प्रदेश सरकार अएला अखनु तीनवर्ष भेल छै, जुम्मा जुम्मा आठदिन बला कहबी जकाँ ! सभ माइर मोटा प्रदेश सरकार पर पैर रहल छै । स्वाभाविक छै जनअपेक्षा अधिक छै मुदा जे सयो वर्षस’ शासन कएलक, अराजकता अस्थिरता अविकाशके वातावरण बनाक रखलक आ ओहे बिरासत देलक ओकरासभस’ अपने जनतासभके पुछक चाही, एना किएक’’ मन्त्री सोनल सेहो कहलाह !
परोसी देश भारतके उदाहरण दैत मन्त्री सोनल बजलाह-‘‘ओतह देशक कूल आयके ६० प्रतिशत रकम प्रदेश सरकार मादे खर्च होइत छै । मुदा, हमरासभके देश नेपालमे संघीय सरकार मात्र दू प्रतिशत रकम प्रदेश सरकारकेँ दैत छै । एहन आ एतेक पैघ विभेद आ बइमानी नेपालमे मात्र होइत छै । तथापि हमसभ जे सैक रहल छी ओ करहल छी । मात्र अपनेसभ धैर्य राखु हमसभ विकास करहल छी, करब । सहयोग, सम्बन्वय आ सहकार्य एवं एकदोसरकेँ स्वीकारब मानब अइबातके खगता छै । ओ खगता अपनेसभ पुरा कसकैती ’’!
गामस’ बजारधैर, स्कूलधैर चौरी धैर मठ मन्दिर धैर जाउ आबके बाट नइ छै ओ बाट बनाबके व्यवस्थापन करब काज हमसभ कए रहल छी । धर्म, सभ्यता, संस्कृति, परम्परा सभकेँ सम्मान करैत सभक्षेत्रके विकास करब काजमे तलीन छी । ओहि हेतु अपनेसभ निश्चिन्त रहु मधेश आ मधेशीके दुर्दशा कराबबालास’ सावधान रहु आ खबरदारी करैत रहु मात्र आलोचना नइ साकारात्मक सहयोग सहकार्य आ समन्वय क’क’ आगु बढू सेहो आग्रह मन्त्री सोनल कएलाह ।
कार्यक्रममे ओहिक्षेत्रक प्रदेश संसद समाजसेवी किशोरी साह कमल विकास निर्माणमे इन्जिनियरसभकेँ भूमिका महत्वपूणर् होइत छै । कहैत -‘‘अपना भितरके अवगुण सुधारिक सभगोटे चलब तखराबादे समाजमे साकारात्मक परिणाम देखबमे आओत । एकदोसर पर लाच्छना लगाएब, नाकारात्मक टीका टीप्पणी करब अइस’ उसास हुअ बाला नइ छै । अइ प्रबृतिके बिनु त्याग कएने नगर गाम समृद्ध नइ होएत, नइ विकासी काज सृदृढ़ हुअ सकत, नइ प्रदेश आ देशक परिणाममुखी विकास हुअ सकत’’ संसद साह उदाहरण दैत कहलाह ।
धनुषा क्षेत्र नं.३े प्रदेश संसद परमेश्वर साह समाजमे इन्जिनियर आ डाक्टर असल मानव सेवक होइए । स्वास्थ्य उपचारक डाक्टरस’ अधिक समाजके उपचारक (डाक्टर) इन्जिनियरसभ होइत छै । अपनेसभकेँ कार्य पर समाजक नीव ठोसगर रहत कहलाह ।
विकास निर्माणक सम्बन्धमे अपन तर्क दैत हमसभ सपनादेखि मुदा एहन सपनादेखि जाहिके फूराब सकी पुरा कर सकी,कराब सकी । अर्थात् समय परिवेश एवं समाजक गति अनुसारके संरचना विकास पर केन्द्रित होइ ओ बातकेँ ध्यानाकर्षण इन्जिनियरसभको करौलाह ।
विकास निर्माणक सन्तुलन बनुक अपनसभ लग छै ओहिके कोना चलाएब, समाज बसाब-फैलाब लेल आकि उजारब लेल तकर लगामो अपनेसभकेँ हातमे छै से तर्क जसपा केन्द्रिय सदस्य सुरेन्द्र मण्डल अपन सम्बोधन मादे व्यक्त कएलाह ।
मेका इन्जिनियरिंग समाजके संस्थापक अध्यक्ष गणेश कापरीके सभापतित्वमे भेल कार्यक्रमे सबैला नपाके मेयर बिजयशंकर प्रसाद साह-‘ जनकपुरके बाद धनुषा जिलामे सबसे बेसी जनसंख्याबाला नगर पालिका सबैला छै । मुदा अव्यवस्थित नगर पालिका छै । असगर मेयरकेँ चाहने किछु नइ होतै नइ भेल । सभकेओके संग नइ भेने सबैला नगरपालिका नइ सुधैर सकैए’ कहलाह ।
जसपा धनुषा अध्यक्ष सञ्जय सिंह,सबैला ब्यापार संघके अध्यक्ष रामचन्द्र जयसवाल, ई. राजेश यादव, ई.शत्रुध्न साह, सबैला नपाके उपप्रमुख मीनु देवी कापर, पत्रकार पुरण साह, सुरेश यादव सहितक सहभागीसभ सेहो अपन अपन धारना रखलाह । चित्रसभ नागवंशी/सीमाञ्चल
प्रतिक्रिया