जनकपुरधाम । प्रजातन्त्र तथा प्रेसस्वतन्त्रता सेनानी, त्रिभाषिक सर्जक, निर्भिकताक प्रतिमूर्ति, मिथिला विभूति राजेश्वर नेपालीकेँ स्मरणमे काव्यात्मक श्रद्धाञ्जलि समारोह कएलगेल ।
मैथिली साहित्यकार सभाके तत्वाधानमे शनिदिन एकदिना काव्यात्मक गोष्ठी मादे दिवंगत नेपालीके श्रद्धा सुमन अपर्ण करैत श्रद्धाञ्जलि ब्यक्त कएलगेल छल ।
मधेश प्रदेशके सभामुख माननीय रामचन्द्र मण्डलकेँ प्रमुख आतिथ्यमे एवं मैथिली साहित्यकारसभाके सभापाल अरबिन्दकुमार यादवकेँ सभापतित्वमे कार्यक्रम आयोजन सम्पन्न भेल छल ।
‘‘महामना राजेश्वर नेपाली समाजक नेतृत्वदायी दायित्ववोधकर्ता छलाह । पत्रकारिता, साहित्य,राजनीति, एहितिनुके रिफलेक्ट करएबाला महावीर छलाह ।’’ प्रमुख अतिथिके रुपमे सभामुख मण्डल सहभागीसभबीच कहलाह ।
‘‘ सत्य, कर्मनिष्ट, उदार, ठायँपर ठायँ बाजब एवं सुपथ बाजब लेल ककरो मुँह देखक नइ बाजब एहन प्रवृति मार्गी नेपाली सन महामानव देशमे भेटब दुर्लब छै ।’’ अपन धारना ब्यक्त करैत सभामुख मण्डल बजलाह ।
प्रमुख वक्ताके रुपमे साहित्यकार पत्रकार बामपन्थी नेता रोशन जनकपुरी श्रद्धा-सुमन अर्पण करैत कहलाह—‘‘हम माओवादी युद्धमे होमाएल रही ।
राजेश्वर नेपाली हमर विचारस’ सहमति नइ छलाह । हत्या-हिंसाकेँ ओ नकाइरक चलैत छलाह । मुदा, देशमे यथास्थितीवादी शक्तिके ढाहमे सहमति छलाह ।
पञ्चायतके अन्त संघीय लोकतान्त्रिक व्यवस्थाके पक्षमे दृढ़विचारक लरहलाह । तहि हिसाबे ओ माओवादी जनयुद्धमे हमरासभकेँ संग पुरैत रहलाह । सेहो बातक खुलस्त जनकपुरी कएलाह ।
बरिष्ठ अधिवक्ता युगलकिशोर लाल अपन विचार राखैत-‘‘ नेपाली जी मात्र बर्तमानके खेरहा नइ लीखैत छलाह । भविष्यमे कि करके छै । कि करक चाही, जाहिस’ देश जमाजके भल होतै ओ मार्गचित्र देखबैत छलाह । आब ओहन मार्गचित्र कोरबाला भविष्य निर्माता नेपाली पत्रकारीता साहित्यक्षेत्रमे नइ रहिगेल ’’ कहलाह !
कार्यपालक अरुणकुमार राउतव्दारा सञ्चालित काव्यात्मक श्रद्धाञ्जलिसभामे स्वागत मनतव्य उपसभापाल रामआशिष मण्डल, धन्यवाद ज्ञापन निवर्तमान सभापाल प्रेमविदेह ललन एवं सभामे सर्जक नेपालीकेँ जीवन-चरित्र,कृतित्व-ब्यक्तित्वप्रति शब्द-शिल्परुपी चित्रणस’ सहभागीसभके अवगत सीमाञ्चल सम्पादक उपेन्द्रभगत नागवंशी करौने छलाह ।
जनकपुरधाम उपमहानगर पालिकाके उपप्रमुख किशोरी साह, साहित्यकार डा.रेवतीरमण लाल, भारतीय साहित्यकारव्दय कमरुदीन नदाफ, अरुण माया, मधेश प्रदेशके आमसञ्चार प्राधिकरण अध्यक्ष श्यामसुन्दर यादव,सामाजिक अभियन्ता बिप्ती मण्डल,पर्यटकीय गाइड सुदर्शनलाल कर्ण सहितके सहभागीसभ सेहो अपन-अपन सारगर्भिक धारणा रखने छलाह ।
मैथिली, नेपाली आ हिन्दी एहि तिनभाषामे निधोक साहित्य रचना एवं पत्रकारिता करैत आएल महामना राजेश्वर नेपाली २००२ साल भादव-१९ गते पृथ्वी पर अवतरण भेल छलाह । हुनक देहावशान एहे साल बितल भादव-११ गते रातिमे ८ बाजिक ५ मिनट पर भेल छल ।
कार्यक्रममे कवि चन्द्रशेखर राय चमन, राजाराम सिंह राठौर, मनोज सिंह प्रेमेस,भोगेन्द्र लाल कणर्, सुधा कणर्, उगना शंकर, नेपालीपुत्र राघबेन्द्र साह, जमाय श्रीनाराण साह, नाति बाल कवि ओम साह, सहित दू दर्जन जतेक लोक श्रद्धाञ्जलि काव्य वाचन कएने छलाह ।
कार्यक्रममे साहित्यकारसभाकेँ विनोदचन्द्र मिश्र सहित तीनटा मनोनित सदस्य के सपथ ग्रहण कराओल गेल छल । संगहि भारतस’ आएल विव्दान एवं सभामुख, नगर उपप्रमुखकेँ शाल ओढाक विशेष रुपस’ सम्मान समेत कएलगेल छल । कार्यक्रम बेस उछतगर भेल छल ।
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