सीमाञ्चल समदिया,
जनकपुरधाम । मिथिलाके सभ्यता संस्कृति बोकने नगर विकासके सम्भावनासंग आरम्भ भेल मिथिला माध्यमिकी परिक्रमा अहू वर्ष आइ हनुमान नगर जनकपुरधामस’ डोला कल्याणेश्र हेतु प्रस्थान कएलक ।
फागुन कृष्णपक्ष आधा-आधी महिना बितला पर ऐतिहासिक धार्मिक सांस्कृतिक प्रधानतामूलक १५ दिने माध्यमिकी परिक्रमा आरम्भ होइत छै । अमावश्या तिथिके प्रात भेने पैरवाके दिन धनुषा जिलाके मिथिलाबिहारी नगरपालिका स्थित कचुरी मठस’ माता जानकी सीता एवं भगवान श्रीरामके डोलासहित परिक्रमा आरम्भ होइत छै ।
एहि दिनमे कचुरी मठस’ एकटा शिेष प्रकारकेँ महफा जाहिके डोल कहल जाइत छै । ओहि डोलामे सीतारामकेँ प्रतिमा राइखक डोलासंगे सन्त महन्थ एवं र्ससाधारणके हेंज परिक्रमा यात्रा हेतु बहराइत छै ।
जनकपुरधाम स्थित रत्नसागर स्थान पर आइबक जम्मा होइत छै एवं राइत बितबैत छै । द्वितियाके रत्नसागर स्थानस’ डोला जनकपुरधाम वार्ड नं.१२ स्थित हनमाननगर परिक्रमा पड़ाव स्थलमे लजाओल जाइत छै ।
आन आन मठ मन्दिरस’ समेत साधु सन्त महन्थसभकेँ हेंज डोलासंग जुमैत छै । रातिभैर विश्राम पछाइत प्रात भेने तृतियाक डोलासहित सनातनधर्मी सीतारामके अनुयायीसभ जयसीयाराम जयजय सीयराम करैत परिक्रमायात्रा आरम्भ करैत छै ।
हनुमान नगरस’ सीमापार भारतके कल्याणेश्वर, गिरिजास्थान फूलहर होइत नेपालमे महोत्तरी जिलाके मटिहानी पुंगैत छै । मटिहानीकेबाद, जलेश्वर, मरई, ध्रुवकुण्ड, कञ्चनवन, होइत महोत्तरीस’ धनुषा जिलामे यात्रा प्रवेश करैत छै ।
धनुषाके पर्वता, धनुषाधाम, सतोषर, औरही होइत परिक्रायात्रा पुनः नेपालस’ भारतमे प्रवेश करैत छै । भारत विहार राज्यके मधुबनी जिलाके करुणा-बिशौलके पड़ावस्थलमे रातुकक विश्राम पछाइत पुनः नेपाल दिश डोला सहित परिक्रमा यात्रा घुरैत छै ।
पन्द्रहमा दिनके पड़ाव स्थल मिथिला नगरि जनकपुरधाममे रातिके विश्राम पछाइत फागुन पूर्णमादिन जनकपुरधाम नगरक्षेत्रके परिक्रमा यात्रा पुरा कएला पर यात्रा एकवर्षलेल विराम लैत छै ।
नगर परिक्रमाके अन्तरगृह मिथिला परिक्रमा सम्बोधन कएल जाइत छै जे पाँचकोष के दूरीमे गोलार्थ रुपमे यात्रा कएल जाइत छै । पन्द्रदिना परिक्रमा स्थलके पन्द्रहो पड़ावस्थके दूरी करि एकसय तीस किलोमीटर पुरा करए पड़ैत छै ।
अइसाल बृहस्पति दिन धनुषा सदर मुकाम जनकपुरधाम-१२ हुनमाननगरमे परिक्रमा यात्री विश्राम कएलक । एवं विहानभेने आइ शुक्रदिन परिक्रमामे सहभागी साधु सन्त तथा श्रद्धालु बिहाने पूजापाठ क’क’ १५ दिना परिक्रमा यात्राके शुभारम्भ कएलक ।
श्रद्धालु भक्तजनसभ यात्राके क्रममे ९० किलोमिटर नेपाली भू-भागमे एवं भारतके ३० किलोमिटर दुरी यात्राक्रममे पार करैत छै । नेपाल-भारतके सामुहिक धार्मिक सांस्कृतिक एवं पारम्परिक सद्भावके प्रतीक परिक्रमा यात्रा होइत आएल छै ।
नेपालमे ११ तथा भारतके ४ स्थान मिलाक १५ विश्रामस्थलमे परिक्रमायात्रा डोला एवं यात्री यात्राअवधिमे विश्राम एवं यात्रा करैत छै । फागुन पूर्णमा दिन परिक्रमा यात्रीसभ जनकपुरधाममे अन्तगृही परिक्रमा कएला पछाइत मात्र अपन अपन घर घुरैत छैथ एवं तेकरा विहान भेने फगुवा-होरी खेलब मनाएब काम जनकपुरक्षेत्रमे होइत छै ।
देश संघीय लोकतान्त्रिक भगेल छै । मिथिला नगरि जनकपुरधाम राजधानी कायम भेल छै । मधेश प्रदेशमे आठ जिला सम्माहित छै । ओहि हिसाबस’ मिथिला परिक्रमायात्राकेँ क्षेत्र विकसित कएल जाय चाही ।
आओर नइ त’ कमस’ कम मिथिलाक्षेत्रके धनुषा-महोत्तरीके अतिरिक्त सिरहा, सप्तरी, सर्लाहीकेँ क्षेत्र एहियात्रामे समाहित कएल जाय त कोनो बेजाय नइ होएत । बरु तृतीयाके बदले अमाबस्याके अथवा ओहिस’ अगते यात्राके शुरुआत कएलास’ समय मीलान हुअ सकैए ।
पवित्र नदी बागमति, कमलास’ कोशीधैरकेँक्षेत्र पकरा जाएत । धार्मिक सांस्कृतिक यात्रामे एकटा नवमार्ग सुनिश्चित होएत । जाहिस’ आर्थिक, पर्यटकीय सम्भावनाके विस्तार होएत । समाज विकासमे सबलता आओत । अहि दिस पहल कएल जाए चाही ।
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