जनकपुरधाम । ‘ असत्य उपर सत्यके विजयी स्वरुप मनाओल जाएबाला विजयदशमी पर्व आइ छै । धार्मिक लोक मान्यता अनुसार आजुक दिन दशोद्वार खुजैत छै । देवी भगवती प्रसन्न होइत छथिन । लोकक मनोरथपूणर् होइत छै । लोकआस्था विश्वास तेहन बनल छै । ओहि मान्यता पर दशैंके विधि-विधानसभ लोक परापूर्वकालस’ करैत आएल छै ।
आइ मङ्गलदिन दशंैके लेल टीका-चानन लगाक जमरा चढ़ाक अनुजजनके आशिर्वाद देबके एवं श्रेष्ठजनस’ आशिर्वाद लेबके संस्कारीक कार्य दशैंमे कएल जाइत छै । नौ दिनधैर देवी भक्ति करैत नीक नुकुत खाइत दशम् दिनमे टीका लगबाक/लगाबक दशैंके उत्सवी विधान पूणर् करैत लोक हर्षित होइत छै ।
एहिसाल टीकाके समय एवं घटस्थापन हटाबके समय दिनमे ११ बाजिक ५१ मिन्ट पर शुभ साइत छै । दशैंके अवर पर मिथिला नगरि जनकपुरधाम मे अष्ठमी तिथिके रातिमे राजदेवी मन्दिरमे भोगभात पड़ैत छै ।
जनकपुरधाम राममन्दिरु स्थित राजदेवी मन्दिरमे आनेसाल जकाँ अहूबेर खस्सी-बेकराके बलि प्रदान कएलगेल । श्रद्धालुसभ अन्धआस्थाके नाम पर राजदेवीके बलिप्रदान करैत जीवहत्याके बढ़ाबा देबके काजमे सेहो अहूबेर निरन्तरता देलक ।
रविदिन सांझमे सात बजेस’ सोमदिन भोररबामे ४ बाजिक २० मीन्टधैर राजदेवीके गहबरमे बलि प्रदान भेल । चढाओल गेल खस्सी/बोकराके बलि संख्या १४ हजार ९ सय ४१ पुंगल ओ जनतब बलि प्रथा व्यवस्थापन कर्ता श्रीमहावीर युवा कमिटीस’ सम्बद्ध देवेन्द्रभगत नागवंशी बतौलक ।
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