सीमाञ्चल समदिया,
जनकपुरधाम । हिमालीक्षेत्रके जिला हुमलामे चीनद्वारा नेपाली भू-भाग अतिक्रमण कएलगेल छै । ताहि प्रति बर्तमान सरकार बिना छानबिन कएनही चीन अतिक्रमण नइ कएने कहैत उन्टे सफाई दिअकेँ गैर जिम्मेवारी पूणर् काज करहल छै । नेपाली काँग्रेसके नेता पूर्व गृह एवं उपप्रधानमन्त्री बिमलेन्द्र निधि अइ प्रति आपति जनौलाह ।
चीनद्वारा नेपालीभूमि अतिक्रमण सम्बन्धमे सरकारद्वारा देलगेल अभिव्यक्ति गैर जिम्मेवारी पूणर् रहल छै । ‘‘हुमलाके निर्वाचित जनप्रतिनिधिसबहक सर्वदलीय संयन्त्र समेत लालमोहर लगा चुकल छै, चीनद्वारा अतिक्रमण कएलगेल भूमि नेपालके छै । तथापि केपी शर्मा ओली नेतृत्वके वर्तमान सरकार, उन्टे गलत अभिव्यक्ति द’क’ जनताकेँ भरमा रहल छै , ओझरा रहल छै आ चीनके बाँही पुइर रहल छै ! ई घोर आपत्तिजनक आ राष्ट्रिय स्वाभिमानस’ खेलवार करब काज, कएल जारहल छै !’’ नेकाँ नेता निधि कड़ा रुपमे प्रतिकार करैत बजलाह ।
नेपालीभूमि चीन अतिक्रमण कएलक अइ विषयमे बखेरा खाड़ भेल छै । एकर जाँच बूझ हुअ चाही । अपन पक्ष मजगुतीस’ राखल जाय चाही । तेहन समयमे चीनमे रहल नेपाली राजदूत चीनियां शासन प्रणालीकेँ अनुकरणीय रहल ओ अभिव्यक्ति देने छैथ , ताहुपर नेता निधि आपत्ति जनौलाह ।
‘‘ चीनीके शासन व्यवस्थाकेँ अबलम्बन करब लेल राजदूत नइ पठाओल गेल छै ! राजदूत महोदयके बुझक चाही ’’ ! देशमे जननिविार्चित संविधानसभाद्वारा संघीय लोकतान्त्रिक संविधान जारी भेल छै । शासन प्रणाली छै, ओहि अधिन हमसभ छी ! राजदूतकेँ अभिव्यक्तिस’ संघीय लोकतान्त्रिक प्रणाली हटाक चीनीयाँ शासन प्रणालीकेँ अनुकरणीय कहब ओ करब लेल नेपाल सरकार राजदूत पठौने छै ? नेकाँ नेता निधि प्रश्न करैत सरकारसंगे उत्तर मंगलाह ।
कोरोना महामारीके ओजहस’ जूम बैसार मादे नेता निधि एहन अभिव्यक्ति देने छैथ । मङ्गलदिन शहिद स्मृति प्रतिष्ठानद्वारा काठमाण्डौमे ‘शहिदके बलिदानी आ वर्तमान राजनीतिक परिवेश’ विषयक जूम जमघट आयोजन कएलगेल छल । जाहिमे सहभागि प्रायः लोक सत्ताधारी दलकेँ टहलुद्वारा आएल उल्लेखित अभिव्यक्तिसभस’ वर्तमान राजनीतिक प्रणाली उपर खतरा मडरा रहल छै । ताहि दिस सभ संकेत कएने छल जकर जिकीर स्वयं नेता निधियो कएलाह ।
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