रेल देखला रैला, प्रम ओलीकेँ बोली भेल पुरा निधि,महासेठके सेहो जश लागल

२०७७ आश्विन २, शुक्रबार १७:५६
सीमाञ्चल समदिया

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सीमाञ्चल समदिया,
जनकपुरधाम । नेपाल रेलवे कम्पनी लिमिटेडद्वारा दू सेट नवका रेलगाड़ी आइ मिथिला नगरी जनकपुरधामके टीशन पर आएल । आधादशकस’ बेसी समयस’ पूणर्तया बन्न रहल रेलवे सेवा आब पुनः सुचारु होएत । नेपालके एकमात्र रेलवे सेवा आब फेरस’ बहाल होएत । लोक अइस’हर्ष विभोर छै । जाहि लेल शुक्रदिन दू सेट रेलगाड़ी जयनगर-जनकपुर-कुर्था धैरके पटरी पर दौगल ।

नवरङ्ग-ढङ्गके रेलगाड़ी भारतीय सीमाक्षेत्र जयनगरस’ शुक्रदिन दिनमे बारह बजेकेँ ओनपोनमे जनकपुरधाम पुंगल । नवका रेल गाडी देखए लेल लोक रैला हरेक टीशन पर जुमल छल । जेना देशस’ कोरोना भाइग गेल होइ आ साक्षत ईश्वरीय दर्शन लेल लोक आकुल होइ तेहन हुजुम जुमल छल ।

नेपालमे पहिलबेर बड़ीलाइन(ब्रोडगेज स्लीपर बाला) रेलगाड़ी जयनगरस’ जनकपुरधाम कुर्थाधैर पटरी पर दौगल छै । नेपालक झण्डा अंकित आ झण्डाकार रङ्गकेँ अगिलका मूँहथा छै । अंग्रेजीमे नेपाल रेलवे कम्पनी अंकित कएलगेल छै । आकर्षक गाड़ी सुन्दर आरामदायी सीट छै । हगनार मुतनमर, बिजली-बत्ती पंखा समेत जडि़त डिब्बा सब छै ।

एकसेट गाड़ीमे दूनकातस’ इन्जिन आ गार्ड पार्सल कोच लगाक बड़का बड़का सातटा डिब्बा सामेल छै । अखनु ट्राइल भर्सनमे गाड़ी घुमाओल जाइत । कुर्थास’ जयनगर धैर । तकराबाद बिधिवत् दूमहिनाबाद रेलगाड़ी सर्वसाधारण हेतु सेवा दिअ लागत । नेपाल रेलवे कम्पनीके अधिकारी गण जनतब देलाह ।

जनकपुरधामस’ पुरब भारतीय सीमाक्षेत्र जयनगरधैर २९ किलोमीटर तथा पश्चिममे कुर्था धैर ५ किलोमीटर मीलाक कूल ३४ किलोमीटरकेँ दूरीमे रेलवेसेवा सञ्चलन दू महिना बाद होएत । जनकपुरधामस’ पश्चिम उत्तर बर्दिवासधैर रेलवे बिस्तार काज पुरा नइ भेल छै । तैँ अखनु समय लागत,बर्दिवासधैर सेवा विस्तार हुअमे सेहो जनतब भेटल अइ ।

नेपालमे रेलवे
बिक्रम सम्वत् १९८२ सालमे सर्वप्रथम नेपालमे रेलवे सञ्चालन भेल । बारा जिलाके अमलेखगन्जस’ भारतीय सीमा रक्सौलधैर नेपाल रेलवेके नामस’ रेलगाड़ी चलल छल । त्रिभूवन राजर्माग सञ्चालनमे अएला पछाइत सेवा बन्द कएलगेल । तेकराबाद बि.सं. १९९२ सालमे भारतीय ब्रिटिश सरकारकेँ निर्देशनमे नेपाल जनकपुर-जयनगर रेलवेके स्थापना कएल गेल । एहे रेलवेसेवा बर्तमानधैर नेपालमे रेलवेके नाक ठाढ़ कएने आइब रहल छै । ओना एकर खेरहा अनेक छै ।

तत्कालीन राणा प्रधानमन्त्री चन्द्र शम्शेरकेँ वर्तमान महोत्तरी जिलाके गौशालाक्षेत्र अन्तर्गके ६० बिघा जग्गह बिर्तामे भेटल छल । बिर्तामे भेटल जग्गहमे लागल वन-जङ्गलके भारतीय ब्रिटिश सरकारसंगे ओ बेचने छलाह,। जङ्गलके लकड़ी-काठ ठोआनी करब वास्ते रेलवे स्थापना कएलगेल छल । ओइ समयमे साढ़े आठ लाखटाका भारतीय मुद्राके लागतमे दू वर्षके समय लगाक तयार कएलगेल रेलवे सञ्चालनमे आएल छल । कोइला एवं जड़ना समेतस’ चलबाला इन्जिन एवं खुजल ट्रली-डिब्बाकेँ व्यवस्थापन कएलगेल छल । बि.सं.१९९४ सालस’ गौशाला, सोनामाइथान, औरही, खैरबन्नी, रजखोर, धर्मपुर सिंग्याही आद स्थानक जङ्गल कटानी ढोआनी काज शुरु भेल । ओहि पर लकड़ी कटानी क’क’ सीमापार भारतीयक्षेत्र जयनगर धैर ५५ किलोमीटरकेँ दूरी पार करैत रेलगाड़ी आबत-जाबत करैत रहल ।

सर्वसाधारण लेल रेल
गौशालाक्षेत्रके जङ्गल कटानी आ लकड़ी ठोआनीके काज पुरा भगेला पर रेलवेकेँ उपयोग सर्वसाधारणके सेवालेल कएल जाय मनस्थिती तत्कालीन शासकवर्गके बनल । १ दिसम्बर सन् १९३७ ईस्वी अर्थात् बिक्रम सम्वत् १९९४ साल अगहन-१६गते, बुध दिनस’ रेलवे सञ्चालन मानव ओहोर दोहोर लेल कएल जाए लागल । ओइ संगेसंग दोगादागीमे काठो लदाक आबै ।

सातआना प्रति यात्री भाड़ा दर कायम छल । नेपाल सरकारके पूर्ण स्वामित्वमे रहल नेपाल यातायात संस्थान अन्तर्गत रेलवेके २०२१ सालमे सामेल कएलगेल । २०२५ सालमे ‘‘ नेपाल जनकपुर-जयनगर रेलवे ’’के नाम बदैलक जनकपुर रेलवे नामाकरण कएलगेल । मुदा खासे परिवर्तन सेवा विस्तारमे नइ हुअ सकल । २०३५-०३६ सालके बहुदल निर्दलके आन्दोलन बाद रेलवे निरन्तर घाटामे जाय लागल । सरकारके कन्हा नजरके कारण अवस्था एहन खस्ता भगेल जे सेवा बन्न करए पड़ल ।

२०५१ सालमे भारतीय सरकारकेँ सहयोगस’ न्युरोगेजमे चलएबाला आधुनिक सुविधा युक्त दूटा डिजल इन्जन आ १८ टा डिब्बा सहितकेँ रेलगाड़ी तत्कालीन नेपालके प्रधानमन्त्री गिरिजाप्रसाद कोइरालाकेँ हस्तान्त्रण कएलगेल । मुदा राजनीतिक दाउपेंच आ कमीशनखोरीके चक्करमे जनकपुर रेलवे फेर घाटामे जाइत जाइत बन्न भगेल । न्युरो गेजस’ ब्रोडगेज सिस्टमके बिकास विस्तार दिस पहल भेल ।

भारत सरकारकेँद्वारा पटरी उखार बैसाब धैरके पुरा पुरी काज भेल । तेकराबाद गाड़ी-इन्जन डिब्बा भारतस’ दानमे नइ लेब, अपन स्वाभिमानकेँ यथाबत राखैत प्रधानमन्त्री केपी शर्मा ओली उदारता देखौलाह । अखनु जे गाड़ी आएल छै ओ भारतस’ कीनक सञ्चालनमे आनब काज भेल छै । अइ हेतु तत्कालीन मन्त्री बिमलेन्द्र निधी, तेकराबाद रघुबीर महासेठ हिनकसबहक अथक प्रयास रहलैन । अइ नीक काजलेल हिनका सभके सराहनाके संगे संग बुझनिक जनता प्रधानमन्त्री केपी शर्मा ओलीकेँ धन्यबाद दैत नइ थकैत छैथ ।

प्रधानमन्त्री ओलीके जयकार
बृहस्पतिदिन जयनगरमे भारतीय प्लेटफर्मस’ नेपाली प्लेटफर्मपर रेलगाड़ी आबिते लोक देख लेल ओतह धैर जुमल । जखन आइ जनकपुरधाममे आएल रेलवे काते कातेकेँ गाम नगर सभतर लोक खाड़ भ’क’ नवका रेलगाड़ी इन्जन आ सवारीके रुपमे बैसल किछु बिशिष्ठगणकेँ थपरी बजबैत लोक स्वागत करैत देखल गेल ।

ब्रोडगेजकेँ रेलवेलाइन देखक लोक आत्मशान्ति अनुभूति मात्र नइ कलक । अपन प्रधानमन्त्रीके कहल बात सत्ये भेल,कहैत बराई करैत सेहो लोक देखलगेल । ‘‘ प्रधानमन्त्री केपी शर्मा ओली जे बाजल ओ कएलक ! पहिने बीरगञ्ज-रक्सौल बोडरस’ बारा जिलाके अमलेखगञ्ज धैर पेट्रोलियम पाइप लाइनकेँ काज पुरा करौलक । आब नेपाल रेल्वे कम्पनीकेँ रेलगाड़ी आएल । धन्य छैथ एतुका लोक आ अनेरे प्रमकेँ फैइज्जति बात कहैत रहैत छै । ’’ गाड़ी अवलोकन करए आएल लोकसभ प्रायः आपसमे बाजैत बतियाएत प्रमके जय-जयकार करहल छल ।

रेलगाड़ी हस्तान्त्रण कार्यक्रम

धनुषाके प्रमुख जिला अधिकारी प्रेमप्रसाद भट्टराईके प्रमुख आतिथ्यमे रेलगाड़ी हस्तान्त्रण कार्यक्रम भेल । भारतके कोकन रेलवे कर्पोरेशन लिमिटेड रेलवे निर्माण कएने छै । कम्पनीकेँ मेक्यानिकल चिफ दीपक त्रिपाठी रेलगाड़ी नेपाल रेलवे कम्पनी लिमिटेडके महाप्रबन्धक गुरु भट्टराईकेँ रेलगाड़ी औपचारिक रुपमे हस्तान्त्रण कएलाह ।

हस्तान्तरण पछाइत महाप्रबन्धक भट्टराई ‘‘कोरोना महामारीके जोखिम कम भेला पछाइत जनकपुर-जयनगर-कुर्था रेल सेवा आगामी दशैंस’ संचालन करब तयारी भरहल छै ’’ बतौलाह । रेलवे सञ्चालन लेल आवश्यक जनशक्तिलेल कर्मचारी भर्ना आदि आवश्यक प्रक्रियासभ आगु बढ़ल छै । जयनगरस’ जनकपुरधामके कुर्थाधैर ३५ किलोमिटर रेल सेवा सञ्चालन होएत ।

महोत्तरीके भंगहास’ बर्दिवासधैर १७ किलोमिटरमे रेलवे सञ्चालन लेल भूमिअधिग्रहणके काज भरहल छै । अपन संक्षेप सम्बोधनमे ओ कहलाह । दोसरचरणमे संचालन हुअबाला रेलवे जनकपुरधामस’ भंगहाधैर १७ किलोमिटरमे लिक-पटरी बिछाबके, पटरी कातेकात करिया पत्थर-गिट्टी राखब आ स्टेशनके भौतिक संरचाना निर्माण काज तिब्रता संग भरहल छै सेहो जनतब भेटल अइ । कार्यक्रममे महोत्तरीके प्रमुख जिला अधिकारी कृष्ण बहादुर कटुवाल, नेपाल रेल विभागके सिनियर डिभिजनल ईन्जिनियर देवेन्द्रप्रसाद साह, रेल विभागके साईट कार्यालयके प्रमुख ईन्जिनियर विनोद ओझा, सहितके अधिकारी कर्मचारी भारतीय चालक दल समेतकेँ स्वागत कएलाह ।

रेलगाड़ी,क्षमता,रकम

जनकपुर-कुर्था रेलमार्ग निर्माणलेल नेपाल सरकार भारत सरकारसँगे सन् २०१० मे सहयोग सम्झौता कएने छल । जे सम्झौता अनुसारके काज आइ पुरा भेल छै । डिजल तथा विद्युत दूनु प्रबिधिस’ चलएबाल रेलवे छै । नेपाल सरकार मन्त्री परिषद दू वर्ष पहिने ४ गते चैत २०७५ मे जयनगर-जनकपुरधाम-बर्दिबास धैर रेलवे सञ्चालन हेतु दूसेट रेलगाड़ी खरिद करब निर्णय कएने छल । रेल विभागद्वारा भारतीय कोकन रेल्वे कर्पोरेशनसंगे सम्झौता कएलक । जि टु जी मार्फत भ्याट रकम बाहेक ८३ करोड ९३ लाख ६० हजारमे दूसेट रेल गाड़ी खरिद कएल गेल छै । प्राप्त रेलवे मादे एकबेरमे १ हजार ३ सय यात्री आन पुगांब सकैए । प्रतिघण्टा १ सय १० किलोमिटरकेँ तिब्रतास’ रेल गाड़ी चलत तेहन क्षमताबाला छै । दूसेट रेल गाड़ीमे ८ टा बोगी-डिब्बा एवं दूटा ईन्जिन सामेल छै । एकसेट रेलगाड़ीमे १ टाक’ वातानुकूलित (एअरकण्डिशन) बोगी-डिब्बा सेहो सामेल छै ।

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