सीमाञ्चल समदिया,
जनकपुरधाम । जनकपुरक्षेत्र प्रतिष्ठित निर्माण व्यवसायी समाजसेवी बलराम महतो निर्माण व्यवसाय सहितके काज-धन्धा त्याइगक पुरापुरी समाजसेवामे अपनाकेँ सम्र्पीत करब प्रण कएलाह ।
समाजसेवा ओ पहिनहीस’ करैत आएल छैथ । मुदा आब अपन जन्मधर्ती जिला एवं कर्मभूमि मिथिलानगरि जनकपुरधामके समग्र विकासके लक्ष्य ल’क’ नगरके कमान सम्हारक हेतु आगु अएलाह ।
विकास ! मात्र विकास !! अइ अवधारणासंग शनिदिन पत्रकार सम्मेलन आयोजन क’क’ ‘‘जनकपुरधाम उपमहानगर पालिकाकेँ प्रमुख’ पदमे उम्मेदवारी दिअके घोषणा समाजसेवी बलराम महतो कएलाह ।
कोनो राजनीतिक दलमे नइ सन्हियाक बिशुद्ध रुपमे समाज सेवा हेतु जनकपुरधामके धार्मिक, साँस्कृतिक, पर्यटकीय एवं समृद्ध नगरके विकास हेतु पुरापुरी प्रतिबद्ध रहब ओ उद्घोष समेत कएलाह ।
“हम राजनीतिक लोक नइ छी ! मुदा जनकपुरधामके जे अवस्था देखैत आएल छी, ओहिके देखलास’ मोन हरुस भगेल ।
एकर गौरव गरीमाके रक्षा होए, जनकपुरधामके समग्रक्षेत्रके विकास होए, ओहिलेल मन साफ एवं निरलोभी लोककेँ हातमे कमान जाय चाही ।
हमरा भगवानके कृर्पास’ सभ किछुस’ भरल पुरल हय । कथुके खगता नइ हय । हमर बातके अन्यथा नइ लेल जाए । हमरा बाजहु नइ आबैए नेतासुन जकाँ ।
बस मनक भाव हय अपन नगरके, नीक, नगरवासीके समृद्ध देख चाहैत छी, ओहन उत्कण्ठा हय । बस लोकक सिनेह हमरा भेटत आ हम नगरके स्वरुप बदैलक देखा देब !” कहलाह ।
सत्ये धन सम्पन्न लोक छैथ । उसासी लोक सेहो तैँ कोनो दल ओकर कार्यकर्ता नेता जकाँ कहब किछु आ करब किछु ओहन पक्के नइ करता ।
जनताके बजेटस’ अपन घर नइ भड़ता किएक त’ ओ पहिनेस’ भरड-पुरल छैथ । तहि दुआरे आरो विश्वास बलराम महतो पर कएल जासकैए ।
ओहुना २०४६ सालके परिवर्तन पछाइत पहिल एवं दोसर स्थानीय निर्वाचनमे जनकपुर नगर पालिकाकेँ कमान स्वतन्त्रे लोक सम्हारलाह ।
२०४८—०४९ सालमे पहिल स्थानीय निर्वाचनमे स्वतन्त्र उम्मेदवारकेँ रुपमे बृषेशचन्द्र लाल चश्मा छापस’ मेयरमे विजयी भेल छलाह ।
२०५३-०५४मे भेल दोसर निर्वाचनमे स्वतन्त्र उम्मेदवार बजरङ्ग साह कुर्सी छापस’ मेयरमे जीत हासिल कएलाह ।
आब आगामी साल बैशाख-३० गते हुअबाला स्थानीय सरकार/निकायक निर्वाचनमे सेहो स्वतन्त्र उम्मेदवार बाजी मारत ओ पक्का बुझाइए ।
किएक त’ मधेशवादी दलके लहरमे प्रजातन्त्रके लेल लड़ल, जेलनेल भोगल, सत्ता संघर्ष करैत आएल लालकिशोर साह मधेशवादके जनलहरमे राजेन्द्र महतो नेतृत्वके पार्टीस’ उम्मेदवार बनलाह, आ जीतलाह ।
मुदा निहितस्वार्थ,सत्ता रुतबामे घमण्डस’ चूर एवं लिप्सामे सन्हियाक नगरवासीके भावनके थकुइचक राइख देलाह । तेहन डिकटेर मनपर्दीकर्ता धिक्कार योग्य मेयर सावित भेलाह ।
एतेक धैर काँग्रेस छोइरक जे दल एवं ओकर नेता महतो जडि़ जमाबमे तन-मन-धन सहित सहयोग कएलैथ तिनको लेहाज नइ कएलाह लाल साह ।
फेर हँसोता मारब ओ ध्यये राइखक दल त्याइगक तेसर दलमे सन्हिया गेलाह । मुदा अइबेर हुनका जनता खखाइरक ध’ देतैन….देखैत रहताह ।
तैँ दुआरे आब अइबेर दलीय दलदलीय लोककेँ बुझनीक नगरवासी निघासों नइ देत, स्वतन्त्रेके शिरमौर चढ़त । शब्द/चित्रःउपेन्द्रभगत नागवंशी
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