सीमाञ्चल समदिया,
जनकपुरधाम । नेपालमे पहिल बेर व्यवसायीक रुपमे ललका केराके खेती शुरु कएलगेल छै । मधुमेहके रोगी सभकेँ लेल उत्पादन कएल जारहल ललका केरा सुगर फ्री रहलास’ उत्तम मानल गेल छै ।
ललकाकेरा आने केरा जकां फल दैत छै । मात्र देखमे छीमी लाल होइत । लालछिमी भितर केरा-फल उज्जर रहैत छै । केराके गाछ सेहो कनेक ललगर रहैत छै । केराके थम लाल आ भालरके पत्ता हरियर रहैत छै ।
पश्चिम नेपालके कञ्चनपुर जिलामे ‘सुगर फ्री’ ललका केराके खेती शुरु भेल छै । जेकर गाछ-कलम सेहो बिक्री वितरण लेल उपलब्ध छै ।
ललका केरामे क्याल्सियम आ चीनीके मात्रा कम रहलास’ मधुमेहके रोगी लेल केरा फलदायी हुअ सकैए । ओहि विश्वासके संग कञ्चनपुरमे कृषि सहकारी संस्था मादे खेती आरम्भ कएल गेल छै ।
संस्थाके अध्यक्ष पूर्ण सिंह साउद सञ्चारकर्मीसभकेँ देने जनतब अनुसार पाँचसय जतेक केराके वीया ‘इजरायल’ स’ आइनक टीस्यु कल्चर प्रबिधि माध्यमस’ कलम लगाक खेती शुरु कएलगेल बतौने छैथ ।
‘‘ अखनु परिक्षण रुपमे खेती आरम्भ कएने छी । देश भैरस’ दश हजार जतेक कलम-गाछके मांग भेल छै । बजारके मांग अनुसार थप गाछ विस्तार कएल जासकैए’’ सेहो जनतब ओ देने छैथ ।
केरा उत्पादन तथा प्रवर्ध्दन कृषि सहकारी संस्था परीक्षणके रूपमे ओतह केरा लगौने छै । आन केरा जकां समान्य गाछ होइत छै । एकर ‘जी नाइन’ आ ‘बिलियम हाइब्रेड’ केरा आन केराके तुलनामे दू महिना बेसी समय फरमे लैत छै ।
स्थानीय जातिके केरासन आन विटामिन होइत छै । सुगरके मात्रा कम रहैत छै, तैस’ मधुमेहके रोगी लेल ललका केरा बेसी फलदायी मानल गेल छै ।
ई केरा भारतके दक्षिण प्रान्तमे बहुत पहिनेस’ ब्यवसायीक रुपमे खेती होइत आएल छै । मुदा नेपालमे आब शुरुए भेल छै ।
एकटा केराके कलमी गाछ १६० टकामे बिक्री बितरण भरहल छै । अइके लेल आदर्श ग्रुप अफ एग्रो एण्ड फरेस्टी प्रा.लि. भरतपुर नगरपालिका वार्ड नं.-६मे सम्पर्क क’क’ किनल जासकैए । सेहो जनतब भेटल अइ ।
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