बैदेशिक रोजगारीके खटरस मीठरस अनुभव पर बहस

२०७८ बैशाख ४, शनिबार १७:३२
सीमाञ्चल समदिया

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सीमाञ्चल समदिया,
जनकपुरधाम । स्वेदेशमे रोजगारी खोजल जाए । जौं विदेशमे रोजगारी हेतु जाहि परे त’ लुइर-बध्दि सीखक सही जानकारी ल’क’ बैदेशिक रोजगारीमे जाए चाही । एहन जतन क’क’ विदेश गेला पर सुरक्षित रुपस’ गणतव्यधैर पुग सकैत छी ।

व्यवस्थित रुपस’ विदेशमे रहि सकैत छी, मर्यादित काज कसकैत छी, केओ कोनो रोजगारदाता वा कम्पनी शोषण नइ कसकैए तेकराबादे वैदेशिक रोजगारी उपलब्धि मूलक हुअ सकैए ।

अहिसभ उद्देश्यकेँ पूर्ति हेतु ‘मीत्र धनुषा’ नामक गैर सरकारी संस्था मादे ‘सुरक्षित आप्रावासन परियोजना (सामी)’कार्यक्रम धनुषा जिलामे बिगत आठ वर्षस’ सञ्चालनमे छै । धनुषा जिलाके जनकपुरधाम उपमहानगर पालिका, शहिदनगर नगर पालिका, गणेशमान चारनाथ नगरपालिका एवं धनौजी गाउँ पालिकामे सामी परियोजनाके काम जारी छै ।

परियोजना कि कि कएलक आ करहल छै ताहि सम्बन्धमे जनतब दिअ लेल आइ शनिदिन पत्रकारसभ जौरे अन्तरकृया कएलगेल । कार्यक्रममे आर्थिक वर्ष २०७७/०७८मे फागुन महिनाधैर वैदेशिक रोजगारीमे जायबालाके सूचना तथा परामर्श दिअके काज ३ हजार४ सय ३५ गोटेके कएल गेल ।

६ गोटेके लुइरबुद्धि सीखाओल गेल । अइ अवधिमे विदेशमे ८ गोटे गेल । जाहि मादे ६ गोटे कागज पत्र एतहि छोइरगेल । तेहने केश देखल गेल बात अन्तरकृयामे प्रष्ट भेल ।

बैदेशिक रोजगारीके कारण ठकैतीमे परल सहित विभिन्न कारणस’ निकास लेल आयल २१३ केस मादे ९५ टा केश परियोजना निकास लगाबमे सफल भेल ।

३१ टा केसमे क्षतिपूर्ति रकम सेहो सम्बन्धित लोककेँ दियाबमे सफल भेल छै । जे क्षतिपूर्ति रकम ५ करोड़ ४४ लाख ६९ हजार ९ सय ९५ टाका होइत छै । राजगारीके क्रममे विदेशमे १६ गोटे मरल ।

१३ गोटा मृतकके शव स्वदेश आनमे सहजीकरण कएल गेल छल । संगे तीगोटाके विदेशेमे शदगति कएलगेल । अहि तरहे मीत्र धनुषाव्दारा सामी परियोजना अन्तर्गत विदेश गेलहासभकेँ परिजनके मनोसामाजिक परामर्श दिअकेँ काज होइत छै ।

कमाक पठाओल रकमकेँ कोनाक की करी तकर जनतब लेल बितीय साक्षरता दिअके काज कएल जाइत छै । जे काज हेतु १६ टा समूह मादे ४ सय स्वयं सेवक खटाओल गेल छै ।

उल्लेखित अवधि धैर ५७९ गोटेके बितीय साक्षरता कार्यक्रममे जनतब देल गेल बात कहल गेल छै । अइ तरहें बाध्यतावस वैदेशिक रोजगारीमे जाहि परे त’ सुरक्षित,व्यवस्थित, मर्यादित, शोषण रहित,उपलब्धि मूलक कार्य हेतु बैदेशिक रोजगारीमे जाइ ताहि हेतु जन सचेतना कार्यक्रम करुेत आएल छै आ लोक लाभान्वित भउ रहल छै । ओ दाबी साथ विभिन्न तथ्यांक अन्तरकृयामे जनतब देलगेल ।

सामी परियोजनाके तेसर चरणके कार्यक्रम धनुषामे चैल रहल छै । कार्यक्रममे देवनारायण मण्डल, परियोजना संयोजक अनिरुद्ध मुखिया तथ्यगत डाटा प्रस्तुत कएलाह । ततै कौश्ल्या कुशवाहा, श्वेताकुमारी कणर्, शंकर साहनी सहितक कार्यकर्ता अपन अपन क्षेत्रक अनुभव बतौलाह । नोलमे सभस’ अधिक बैदेशिक राजगारीमे धनुषाके लोक छै । चित्रसभः नागवंशी/सीमाञ्चल

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