सीमाञ्चल समदिया
जनकपुरधाम । कैदी-बन्दीके सहजताके लेल नेपालमे पहिल कैदखाना करागारकेँ रुपमे खुल्ला कारागार सञ्चालनमे आनलगेल छै । पछिम नेपालकेँ बाँके जिला अन्तर्गत खुला कारागार निर्माण व्यवस्थापन कएलगेल छै ।
बिक्रम सम्वत् १९७१ स’ नेपालमे कैदी बन्दीकेँ राखब लेल कारागारकेँ अवधारना आनल गेल छै । तहिएस’कारागारकेँ इतिहास सुरु भेल कहल जाइत छै । कारागारके इतिहासमे १०६ वर्ष हुअ लागल छै । एतेक नम्हर अवधिमे पहिले फेर खुला कारागारके अवधारणा कार्यान्वयनमे आनल गेल छै ।
समाजसँग नजिक रहिक कैदी-बन्दीके जीवन चरित्रमे सुधार होए, आचरणमे सुधार आब सकै एवं कैदपुरा क’क’ छुटल व्यक्तिकेँ समाजमे घुुलमिल करबमे व्यवधान नइ होए ओहन उद्देश्य सहित बाँके जिलाके गनापुर नामक स्थानमे खुला कारागार निर्माण कार्य सम्पन्न भेल छै । कारागार व्यवस्थापन विभागके महानिर्देशक द्रोण पोखरेल अइ बातक जनतब देने छै ।
बाँके जिला सदर मुकाम नेपालगञ्ज बजारस’ दश किलोमिटरके दूरीमे रहल विमानस्थल लगमे कारागार बनाओल गेल छै । गनापुर गामके छ बिघा क्षेत्रफलमे खुला कारागार निर्माण कएलगेल छै । कारागार व्यवस्थापन विभागके सूचना अधिकारी देवर्षि सापकोटा कहब अनुसार ३२ गोटे कैदी परिवारसहित रह-बस सकैए तेहन व्यवस्था सहितकेँ खुल्ला कारागार निर्माण कएलगेल छै । खुला कारागार सम्बन्धी ऐन आ नियमावली बनला आधाशताब्दीस’बेसी समय बितगेला पछाइत बाँके जिलामे खुला कारागारके निर्माण काज पुरा भेल छै ।
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