जनकपुरधाम । अन्धआस्थामे अलझल मानव देवी भक्तीके नाममे हजारक हजार पशुके बलि चढ़बैत आएल छै । जखनकि हमरसभके धर्म संस्कृति संस्कार अहिंसा परमो धर्मके छै तथापि जनकपुरधाम सन पवित्र भूमिमे बलि प्रथा नइ थैम रहल छै ।
बलिप्रथा अन्त कएल जाइ जीवहत्या बन्द कएल जाय एहि विषय पर आइयो अन्तरकृया एवं काव्य प्रवचन कार्यक्रम कएल जारहल छै ।
अखनु जनकपुरधामक जनकचौकमे जारी कार्यक्रम बलिप्रथा उन्मूलन अभियानके अभियन्ता भाई बिप्ती मण्डल मादे आयोजन कएलगेल छै ।
बिगत सोरहवर्षस’ निरन्तर मण्डल अन्धविश्वास एवं रुढ़ीबादी परम्परातग बलि प्रथाके अन्त कएल जाय एवं मानवीय धर्म निमाहल जाय लेल कृयाशील छैथ ।
कार्यक्रममे बरिष्ठ पत्रकार प्रेस स्वतन्त्रता सेनानी राजेश्वर नेपाली जतेक जतेक मानव शिक्षित भेल जाइत छै ततबे व्यविचारी दुराचारी एवं कुसंस्कारी भेल जाइत छै । बलिप्रथा बढाबा देब ओहिके परिणति छै बतौलाह ।
समाजस’ जुड़ल विषय रहने जावतधैर समाज एहिप्रति साकारात्मक नइ होएत ताबतधैर एकर अन्त होब नइ सकत । तैं साकाहार अपनाबी जीवहत्या बन्न करी से आग्रह बरिष्ठ पत्रकार नेपाली कएलाह ।
कार्यक्रममे मनरा सिश्वा नगर पालिकाके प्रमुख सात्वीक विचारक योगरथी मोहन पाण्डे ‘सनातन संसारके कोनो साहित्य बलि प्रथाके स्वीकृति नइ देने छै । तथापि मानव किए बलि प्रथामे उन्मुख भेल छै ओ नइ जानि ।
शाकाहार प्राणिजन्यके लेल सवोत्म बिकल्प छै ओहिके अपनाब पर सेहो मेयर पाण्डे बल देलाह । सन्त सत्यना्रायण आलोक, वार्ड नं.२३के वार्ड अध्यक्ष राबेन्द्र प्रसाद साह, युवा साहित्यकार अरबिन्द यादव सहितक सयकरो लोकक जमघटमे बलि प्रथा बिरुद्धक कार्यक्रम जारी छै ।
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