जनकपुरधाम । संघीय लोकतान्त्रिक गणतन्त्रक तेसर राष्ट्रपति रामचन्द्र पौडेल परिवार सहित मिथिलानगरि जनकपुरधाम पधारलाह । जतह राष्ट्रपति महोदयकेँ नागरीक अभिनन्दन कएलगेल छै ।
श्री महेन्द्रनारायण मिथिला सांस्कृतिक केन्द्रकेँ भव्य समारोहबीच राष्ट्रपति पौडेल उद्घाटन कएलाह । ओहि कार्यस्थलमे नागरीक अभिनन्दन समेत कएलगेल ।
सोमदिन दुपहरियामे कएलगेल नागरीक अभिनन्दन समारोहमे राष्ट्रपति पौडेल बजलाह —‘‘ देशमे मुख्यरुपस’ आब तीनगोटा शासक रहिगेल छै—‘देउवा, ओली, प्रचण्ड’ ! तिनु नेताकेँ बजाक बुझैएबै-सम्झएबै । देश आ जनताक हितमे काज करु !’’
मधेश प्रदेशके मुख्यमन्त्री सरोजकुमार यादव मधेश सरकार अधिकार विहिन अवस्थामे कोना जनभावना अनुरुप काज कर सकत ? ध्यानाकर्षण करौने छलाह ।
ताहि विषय पर उतारा दैत राष्ट्रपति पौडेल देशके प्रमुख तीनदलके तीन शिर्षनेता-‘नेपाली काँग्रेसके सभापति शेरबहादुर देउवा, नेकपा एमाले अध्यक्ष केपी शर्मा ओली, नेकपा माओवादी केन्द्रके अध्यक्ष एवं वर्तमान प्रधानमन्त्री पुष्पकमल दाहाल प्रचण्ड’के नाम लैत आब देशमे एहे तिनटा शासक छै ।
एहे तिनु शासककेँ सहमति पर सबकिछु सपरैत छै आ विमति पर बिगरैत छै । तै हुनकासभकेँ बजाक अधिकार आ सुशासन हेतु निजामति ऐन एवं प्रदेश प्रहरी समायोजन ऐन आदि बारेमे कहबै,ओ आश्य व्यक्त करैत मुख्यमन्त्रीके भरोस दियौलाह ।
मिथिला सभ्यता, संस्कृति, मैथिल संस्कार विचार-ब्यवहारके बराइ करैत राष्ट्रपति पौडेल संघीयताक मर्म अनुसार प्रदेशके अधिकार देबमे कन्जुसी नइ कएल जाए चाही,कहलाह ।
जनकपुरधामके महिमा गरीमा एतुका धार्मिक, सांस्कृतिक, पर्यटकीय विकासस’ एतुका महत्व बढ़ैत रहत एहिदिश निरन्तर पहल होएत रहक चाही तखने देश मधेश समृद्धिक पथ पर उच्च ध्वज फहराब सकत सेहो तर्क राष्ट्रपति पौडेल अपन सम्बोधनमे देलाह ।
जय-जय जानकी, जय नेपालके उद्घोषसंग अपन मनतव्य राष्ट्रपति समापन कएलाह । ओहिस’ पहिने अपन सम्बोधनमे—‘‘चेतनशील व्यक्तिके कारणस’ मात्र देशमे समृद्धिक नव केवारसभ खुज’ सकैए ।
साहित्य,कला, ज्ञाण-विज्ञाणके क्षेत्रमे विश्वसंगे समन्वय क’क’ आगु बढ़ला पर तत्काले हमरा सबनेपालीकेँ सपना पुरा होब’ सकैए ! एहिलेल सिंहदरवारमे रहिक राज्य संचालन करैत आएलहासभकेँ माथमे बात घुसक चाही आ हुनकासभको एहि पर मनन करक चाही ।’’ राष्ट्रपति पौडेल सेहो बात कहलाह ।
नागरीक अभिनन्दन समारोह समितिके आयोजनामे एवं समितिके अध्यक्ष आ जनकपुरधाम उप-महानगरपालिकाके मेयर मनोज कुमार साहके सभापतित्वमे कार्यक्रम भेल ।
खच्चा-खच्च लोकस’ भरल सभा केनद्रमे मधेश प्रदेशके मुख्यमन्त्री सरोजकुमार यादव अपन धारना राखैत ‘संघीयता पूर्णतः कार्यान्वयन नइ होब सकल छै । जाहिस’ प्रदेश सरकार प्रति जन आक्रोष बैढ़ रहल छै ।
कानुन आ कर्मचारीके अभावमे जन अपेक्षा पुरा करबमे प्रदेश सरकार पछुवा रहल छै । आठ महिनामे ३ टा सचिव मधेश प्रदेशमे आएल गेल छै त ’ कि काज होतै अहुस’ बुझल जासकैए । उदाहरण हेतु मुख्यमन्त्री यादव राष्ट्रपतिकेँ ध्यानाकर्षण करबैत कहलाह ।
कार्यक्रममे मधेश प्रदेशके प्रदेश प्रमुख हरिशंकर मिश्र सेहो मञ्चास्थ छलाह ।
धनुषा क्षेत्र नं. ३के निर्वाचित संघीय संसद जुली कुमारी महतो-‘विदेश जाक कौड़ीके मोलमे श्रम बेच जायके प्रथा बन्न हो । स्वदेशमे रोजारीके श्रृजना कएल जाए । चुरे संरक्षणके काजमे गम्भिर बनला जाय ।
जल संकट मूल समस्या रहल छै तेकरा दूर कएल जाए । तखने तराई-मधेशके जनता सुखी सम्पन्न होब सकत । ताहि हेतु देशके अभिभावकीय हैशियतस’ सरकारकेँ निर्देशित कएल जाइ । अपन मनतव्य क्रममे एमाले नेत्री महतो राष्ट्रपतिकेँ ध्यानाकर्षण करबैत कहलीह ।
२०५७ सालमे मिथिला सांस्कृतिक केन्द्रके निर्माण आरम्भ भेल छल । तीन वर्षके योजना आ सात करोड़ लागतमे निर्माण पुरा होएत प्रारम्भिक बजेट छल । मुदा २३ वर्षमे निर्माण पुरा भ’क’ उद्घाटन भेल छै ।
जाहिमे सातके ठाममे १२ करोड़ २४ लाख ७९ हजार टाका व्यय भेल जनतब भेटल । कार्यक्रममे धन्यवाद ज्ञापन नगर उपप्रमुख किशोरी साह, मञ्च सञ्चालन परमेश झा कएलाह ।
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