सीमाञ्चल समदिया,
जनकपुरधाम । मधेश प्रदेश सरकार स्वयं अपन निर्णयके पालन नइ कएलक, जाहिपर शिक्षकसभ प्रदेशसभा भवन घेरक अखनु नारा जुलुश लगा रहल छै ।
मधेश प्रदेश अन्तर्गत बिस्थापित अस्थायी शिक्षकसभकेँ दरमाहा, भत्ता आदि साकारल सुविधा नइ देल जारहल छै । जाहिस’ सम्बन्धित शिक्षकसभकेँ घरपरिवारमे खेवा-खर्चा जोड़ब पर आफत टुटल छै ।
प्रदेश सरकारके अइपर गम्भिर होबक चाही । मुदा मतसुन बनलास’ ध्यानाकर्षण हेतु प्रदेशसभाघेरब काज कएलगेल छै ! विस्थापित अस्थायी शिक्षक संघर्ष समितिके संयोजक धर्मेन्द्र यादव सीमाञ्चल समदियाकेँ बतौलाह ।
विगतमे आन्दोदलन कएला पर प्रदेश समन्वय परिषद् तत्कालिन प्रदेश-२ अधिनके पीडि़त अस्थायी शिक्षकसभकेँ संख्या निर्धारण क’क’ तथ्यांकगत विवरण मुख्यमन्त्री तथा मन्त्री परिषद्के कार्यालय मधेश भवन जनकपुरधाममे पठाओल गेल छल ।
समन्वय परिषद् एवं मुख्यमन्त्री कार्यालयबीच पत्राचार भेला पछाइत कार्यरत् शिक्षकसभकेँ काजमे लगाओल गेल छल । मुदा काजमे लगौला पछाइतो वरिष दिन जतेक समयस’ दरमाहा, भत्ता किछु नइ देल जारहल छै ।
ताहिदुआरे बाध्य भ’क’ प्रदेशसभा घेरक बिरोधात्मक काज कएलगेल, सेहो जनतब संयोजक यादव देलाह ।
मधेश प्रदेश अन्तर्गत ४ सय ६८ गोटे विस्थापित अस्याथी शिक्षक/शिक्षिका रहल छैथ । सबहक मांग एक्कहिटा छै—
‘‘दरमाहा-भत्ता सु्निश्चित कएल जाए ; मधेश सरकार कएने निर्णयकेँ पुरापुरी पालन होए ; कानुनी राजके अनुभूति होए, शिक्षकसभके कानुनी हक अधिकारकेँ हनन नइ कएल जाए !’’
अइ तरहके नारा-श्लोगन अंकित प्लेकार्ड ल’क’ प्रदेशभैरके विस्थापित शिक्षक/शिक्षिका प्रदेसभा भवन आगाडि नारा जुलुस लगाक घेराउ कएने छै ।
जनकपुरधाम ऐतिहासिक हनुमाननगर स्थित प्रदेशसभा भवन सञ्चालन भेला पछाइत अखनु १ बजेस’ ३ बजेधैर घेराउ कार्यक्रम कएलगेल बात संयोजक यादव मादे जनतब भेटल ।
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