जनकपुरधाम । नेपाली हिमालीक्षेत्रस’ आनलगेल महाभारी पाथर‘देव शीला’ दू राति जनकपुरधाममे रखला पछाइत आइ मीत्र देश भारत हेतु शीला लादल दूटा ट्रक प्रस्थान कएलक ।
बहुप्रसिद्ध तिर्थस्थल राम जन्मभूमिमे नेपाली शिला लजाओल गेल छै । जाहि शीलास’ भगवान रामके बाल्यकालक छवीचित्र कोरल जाएत । अयोध्यामे निर्माणधीन राम मन्दिरके गर्भगृहमे ई देव शीलापत्र राखल जाएत ओ जनतब जानकी मन्दिरके महन्थ रामतपेश्वर दास वैष्णब देलाह ।
भारत उत्तर प्रदेश राज्यके अयोध्यामे रामजन्मस्थल पर भारत सरकार भव्य विशाल मन्दिर निर्माण कए रहल छै । मिथिला नगररि जनकपुरधाम एवं अयोध्याबीच त्रेतायुगस’ सम्बन्ध छै । भगवान राम एवं माता सीताकेँ गठबन्हन बन्हाएल जकां दू देशबीचके सम्बन्ध जे रहेत आएल छै शीलास’ ओ सम्बन्ध आओर घनिष्ठ बनत । महन्थ दास सेहो तर्क देलाह ।
शनिराति १६ चक्काबाला दूटा ट्रकपर लदाक कालीगण्डकी नदीस’ आएल शिला विशाल पाथर जानकी मन्दिर प्राङ्गनमे सर्वसाधारण हेतु दर्शन-पुजन हेतु राखलगेल छल । सोम दिन भिन्सर जनकपुरधाम उप महानगर पालिकाके मेयर मनोजकुमार साह विशेष पुजा अर्चना करैत शीला पत्रलादल बाहनके भारत अयोध्या हेतु विदाह कएलाह ।
रविदिन शीला पुजन कार्यमे मधेश प्रदेशके प्रदेश प्रमुख हरिशंकर मिश्र, मुख्यमन्त्री सरोजकुमार यादव, सभामुख रामचन्द्र मण्डल, धनुषाक्षेत्र नं.३के संसद जुलीकुमारी महतो सहितके विशेष गणमान्य लोक सामेल छलैथ ।
भारत अयोध्यामे करीपाँचसय वर्षके विवाद अन्त भेला पछाइत राममन्दिर निर्माण काज सन् २०२०स’शुरु भेल छै । आगा २०२४ ईश्वी जनवरी महिनाधैर मन्दिर निर्माण काज पूर्ण करब ओहन नीति रहल छै ।
जाहि हेतु राम सीता हनुमान लक्ष्मण सहितके बालकालके प्रतिमा बनाब लेल काली गण्डकीक्षेत्र नेपालस’ दूटा विशाल शीला पठाओल गेल छै । एकटा शीला-पाथरके बजन २३ टन आ दोसरकाके १७ टन जतेक रहल छै । से जनतब जानकी मन्दिरक उत्तराधिकारी रामरोशन दास देलाह ।
भारतके अयोध्यामे ७० एकर भूमिमे ३६० फिट नम्हर , २३५ फिट चौड़गर एवं १६१ खड़गर देखनहुत मन्दिर निर्माण भरहल छै । मन्दिरमे पाँचटा भव्य मण्डप रहल जाहिमे बीचमे गर्भगृहमे नेपालस’ गेल देव शील-पाथरस’ निर्मित रामललाके बालरुपी प्रतिमा रहत ।
काँग्रेसी नेता बिमलेनद्र निधि एहि काजके अगुवाइ करैत अएलाह । शिला संग सयकड़ो वाहनसंग साधु सन्त महन्त एवं सीतारामके अनुयायीसभ सेहो प्रस्थान आइ कएलाह ।
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