जनकपुरधाम । कोनो समयमे क्षय रोग(टीभि) लाइलाज बेमारी छल, मुदा आब नइ छै । क्षयरोग लगला पर चिकित्सकके रेखदेखमे नियमीत दबाइ खयला पर निनाब्बे प्रतिशत बेमारी निरोग भजाइत छै ।
जनकपुरधाम उपमहानगर पालिकाके मेयर मनोजकुमार साह विश्वक्षयरोग उन्मूलन दिवसके सन्दर्भमे सहभागीजनके सूचनात्मक सन्देश दैत कहलाह । क्षयरोग बारेमे लोककेँ जागरुक होबके एवं करके दरकार अधिक छै ।
जनजागरुकताके अभावमे ठोक समय पर जाँच आ उपचार नइ करा पाबैत छै । जखनि की सभकिछु फ्रि होइत छै । अपन बात कहैत मेयर साह कहलाह ।
सिग्रेट-बिढ़ी, तम्बाकु आ गुटका आदि जाहिमे निकोटिन पदार्थके समिश्रण रहैत छै, ताहिके सेवनस’ क्षयरोग होइत छै । तैँ ओहन पदार्थके त्याग कएल जाय । सेहो सल्लाह अपन सम्बोधन मादे प्रमुख अतिथि मेयर साह सहभागीसभकेँ देलाह ।
क्षररोक पटुवा बेमारी होइत छै । मुदा ओकर जाँच कराक रोग पता लगला पर उपचार करौला पर रोग ठीक होइत छै । क्षयरोग पटुवा रोग होइत छै मुदा तेहन लाइलाज बेमारी आब नइ रहि गेल छै ।
क्षयरोगके जाँच आ उपचार निशुल्क होइत छै । ओहि लेल सरकारी अस्पताल , जनस्वास्थ्य कार्यालय आ डटस् क्लिनिकमे जाँच उपचारलेल जाय पड़ैत छै । आब नगरके वार्डस्तर पर खुजल उपचारकेन्द्र सभमे सेहो निशुल्क औषधि उपचार कएल जाइत छै । मेयर साह अपन सम्बोधन मादे सेहो जनतब देलाह ।
नेपाल क्षयरोग निवारण संस्था धनुषा नाटाव्दारा एकदिना क्षयरोग उन्मूलन बारे अन्तरकृया कार्यक्रम आयोजित छल । जनकपुरधाम उपमहानगर पालिका वार्ड नं.१०के समन्वयमे भेल ।
कार्यक्रममे बरिष्ठ फिजिशियन डा.रामकृष्ण साह क्षयरोग निवारण कार्यबारेमे जन जागरुकता बढाब पर जोर देलाह । एवं रोगीके नियमित दवाई नइ बिसेरक आधा वरिष धैर खाय पड़ैत छै ओहिस’ नइ अगुताए चाही, कहलाह ।
क्षयरोग निवारण संस्था धनुषा नाटाके अध्यक्ष चन्द्रप्रकाश भगतके सभापतित्वमे कार्यक्रम भेल । अगामी २०३० ईश्वीधैर नेपालस’ क्षयरोग निरमूल करब सरकारके योजना छै ।
एहिमे हमसभ सचेत नागरिक सजगता नइ अपनबै त’ ई काज सफल नइ होतै । तहिस’ सभगोटै क्षयरोग निवारण अभियानमे लागु ओ आग्रह अध्यक्षीय मनतव्य व्यक्त करैत धनुषा नाटाके अध्यक्ष भगत कहलाह ।
कार्यक्रममे जनकपुरधाम उपमहानपा वाडा नं.१०के वार्ड मिथिलेशलाल कणर्, कार्यक्रम सञ्चालनकर्ता सचिव जमुना भुजेल, धनुषा नाटाके सचिव अधिवक्ता सन्तकुमार कार्की, न्यु इग्लिश स्कूलके सृर्जना न्योपाने, वार्ड सदस्य मनिषा देवी, नेकाँ नेत्री सम्झना बर्मा,सेहो अपन-अपन धारना रखलैथ ।
नेपालमे प्रतिदिन ६९ टा क्षय रोगके नया रोगी पता लगैत छै । जाहिमे जानकारीके अभावमे उपचार समय पर नइ करासकला पर ४७ गोटे मैर रहल छै । जखनि की ई रोग पुरापुरी निर्मूल होबबाला रोग छै । धनुषा नाटाके सचिव सन्त कार्की कार्यक्रममे जनतब दैत बतौलाह ।
सन् १८८२मे २४ मार्चके दिन जर्मनमे रॉबट क्रॉक क्षयरोगके जिवानुके पता लागाक उपचार व्यवस्थाके शुरुआत कएने छलाह । हुनके स्मरणमे प्रत्येकवर्ष क्षयरोग निवारण दिवस मनाओल जाइत छै ।
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