नहाखाय संग जितीया पर्व आरम्भः ३६ घण्टाके उपवास

२०७९ भाद्र ३१, शुक्रबार २०:५५
सीमाञ्चल समदिया
simanchal.com

  • 28
    Shares

जनकपुरधाम । मिथिलानीसभकेव्दारा मनाओल जायबाला लोकपर्व ‘जीतिया’ शूरु भेल छै । आइ शुक्रदिन पर्वके पहिन दिन नहाय खायस’ ब्रत आरम्भ भेल छै । जीतिया आश्विन महिनाके कृष्णपक्षके अष्टमी तिथिक मनाओल जाइत छै ।

 

जीतिया सप्तमीतिथि दिन नहायखायस’ शूरु होइत छै । अष्ठमीके निखट्टे उपावास रह पड़ैत छै । नओमीतिके विधि विधानस’ स्नान ध्यान पुजन कएला पछाइत पारन कएल जाइत छै । प्राचीन जनजातिय लोकपर्व जीतियाके मिथिलाक्षेत्रमे महिलासभ विशेष महत्वकसंग मनबैत छै ।

 

मूलतः जनजातीय लोकपर्व जीतियापर्व पुत्रजनके दीर्घजीवन एवं दाम्पत्य प्रेमके एकनिष्ठता लेल मनाओल जाइत छै । जाहिपर्वमे अपन दिवंगत पुर्खाके पुजन करैत आशिष प्राप्तिके आश सेहो जीतियामे सम्माहित रहैत छै ।

 

सन्तानके सुस्वास्थ्य आ दीर्घायुके संगेसंग आकस्मिक घटनास’ होबबाला जनधनके क्षतिस’ रक्षा होए ओहो अभिप्रायः अइपर्वके मूलमे सम्माहित छै । प्रायः प्रत्येक जाति जीतियापर्वके विधि विधान कठोरतापूर्वक निर्वाह करैत छै ।

 

अनजल ग्रहन नइ करैत संगे कोनो काठि धैर नइ तोर पड़ैत छै । सागपत्र नइ खोंट पड़ैत छै । अन्यथा जीतिया खरजीतिया भजाइत छै । जाहिस’ अनिष्टता होब सकैत छै ।

 

अइबेर सप्तमी तिथि शुक्रक नहाय खाय, अष्ठमी तिथि शनिदिनके उपवास, रविक नओमी तिथि दिन सांझमे पाँच बजे पारन करैत ब्रत समापन कएल जाएत ।

 

राजा शालिकके पुत्र ‘जीमूतवाहन’ मे पुजा कएल जाइत छै । चुरा, दही खीरा, केराउ प्रसाद रुपमे चढाओल जाइत छै । नहाखाय दिन घिउरा पातमे तेल खरी चढाक अपन पीतरके पुजा करैत जल ते अर्पण करैत छै ।

https://simanchal.com/wp-content/uploads/2020/07/ads-simanchal.png
https://simanchal.com/wp-content/uploads/2022/08/bigapan-Jnk.jpg

प्रतिक्रिया

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

सम्बन्धित

दलितघटनामे षडयन्त्रपूर्वक चरित्रहत्या करब खेलःजायसवाल
२०८० भाद्र २०, बुधबार २३:२१
सीमाञ्चल समदिया
simanchal.com
कृष्णके जीवन अनुशरणस’सब सुख-सोहन्ता पुरा होएतःमुख्यमन्त्री
२०८० भाद्र २०, बुधबार १९:४०
सीमाञ्चल समदिया
Rajeswar Nepali Program
राजेश्वर नेपाली सदैब पुजनीय बन्दनीय रहताहः सभामुख मण्डल
२०८० भाद्र २०, बुधबार १२:३८
सीमाञ्चल समदिया
नेपाली पत्रकारिताके सीखर पुरुष राजेश्वर नेपालीकेँ निधन
२०८० भाद्र ११, सोमबार २०:३४
सीमाञ्चल समदिया
Chandryan-3,simanchal.com
अन्तरिक्षके दुनियामे भारत नवअध्याय रचलक
२०८० भाद्र ६, बुधबार २१:३३
सीमाञ्चल समदिया