जनकपुरधाम । आदिम् भूतलवासी, प्रकृति पुजक नागवंशी समुदाय अपन कूलपर्व हर्षोल्लास पूर्वक मनौलक । आइ पञ्चमी तिथि दिन नागवंशी समुदाय प्रतेकवर्ष जकाँ अहुबेर विभिन्न कार्यक्रम करैत अपन कूलपर्व नागपुजनोत्सव जनकपुरधाममे विभिन्न ठाम प्रतिमा पुजन करैत मनौने छै ।
नागपुजन परम्परागत नागपुजामे दूध, धानके लवा नागप्रतिक प्रतिमाके चढ़ाक पुजा कएल जाइत छै । मेवा मिष्ठान, खीर सेहो चढ़ाक प्रसाद बांटल जाइत छै ।
ततहि गृहस्त आश्रमक लोक घरमे गायके गोबरस’ देबाल पर नागचित्र बनाक वा नाग प्रतिमाके फोटो साइटक नागदेवके पुजा कएल जाइत छै । नागवंशीसभ माटिक धिम्मा बनाक ओहिमे दूबि गाडि़क, लाबा दूधके ढार दैत सरिसों छिटल जाइत छै ।
बेरियामे धानक लाबामे मूसके कोरल माटि मीलाक मन्त्रोविधिस’ सिद्ध कएला पर घर दुवार चनवार आदिमे छिटक संध्या पुजन कएल जाइत छै । विषहर देव माने नागदेवके पुजन दिन नागवंशी समुदाय रातिमे खीर बनाक ग्रहन करैत छै ।
खीरसंगे पुरी पुवा सहित जे बस्तु उन्टाक बनाब परए तर बघार परए तेहन सामग्री नइ बनाक ग्रहण करैत छै ।
जनकपुरधाम वार्ड नं.७ स्थित तपसीचौक बरई कुट्टीमे ‘नागवंशी चौरसीया समाज’व्दारा नागपुजनोत्सव आनेसाल जकाँ अहूबेर मनौओलगेल छै ।
सोमदिन भिन्सरमे कलशयात्रा बहार कए नगरपरिक्रमा कएलगेल । तेकराबाद विधि-विधानपूर्वक नाग देवताके प्रतिक माटिके प्रतिमा स्थापन करैत पुजा कएलगेल ।
संध्याकालमे साँस्कृतिक कार्यक्रम एवं गीतनादके कार्यक्रम समेत कएलगेल जनतब नागवंशी चौरसीया समाजके अध्यक्ष प्रदीप भगत बतौलाह ।
पहिने आनठाममे पुजा करब बाध्यता रहैत छल आब अपन स्थानमे पुजा करब अवसर गत वर्षस’ जुड़ैत आएल छै । एहिमे जाति समुदायलेल खुशीके बात छै । समाजके सचिव सुरज नागवंशी प्रसन्नता व्यक्त करैत कहने छैथ ।
समाजके उपाध्यक्ष जगरनाथ भगत, महासचिव रीतेश भगत, कोषाध्यक्ष पंकज भगत, सदस्य रोहित भगत, कृष्णकुमार चौरसीया, सुश्री चञ्चल भगत, नगिनादेवी भगत, किरणकुमारी तमोलीन, किरणदेवी भगत आदि कार्यसमित लोकके सकृयतामे कार्यक्रमसभ भरहल छै ।
अहितरहें शीशमहल जानकीमन्दिर लग सेहो नागपुजनोत्सव आनेसाल जकाँ अहूबेर भव्यताक संग मनाओल जारहल छै ।
आकर्षक नाग प्रतिमासंग जनकपुरधाम वार्ड नं.३ निवासी शत्रुधन भगतके अगुवाईमे ‘नागवंशी तमोली समाज’के तत्वाधानमे नागपुजनोत्वके कार्यक्रम जानकी चौकमे कएलगेल छै । दू दिवसीय नागपुजनोत्सवके प्रतिमा बिसर्जन मङ्गलदिन बेरीयामे होएत एहन जनतब भेटल ।
ओना जानकी चौक पर बहुत पहिनेस’ नागपुजा नागवंशी समुदाय अपन-अपन टेंटस’ रकम लगाक करैत आएल छै । तथापि संस्थागत रुपमे उपेन्द्रभगत नागवंशीके सक्रयतामे २०६९ सालमे अपन स्थापनाके संगहि पहिलबेर जानकी मन्दिरमे त्री दिवसीय नागपुजनोत्सव मनाओलगेल छल ।
जेकर आयोजन ‘नागवंशी समाज नेपाल’ कएने छल । जनकपुरधाम शहर भितरमे नागवंशी समुदाय अन्तर्गतके जाति नागवंशी, ताम्बोली-तमोलीकेँ संख्या करीब तीनसय घर परिवारके रुपमे छै ।
एहिमे चौरसीया एवं बरइके गणना सामेल कएल जाए त’ संख्यात्मक आकरा दोब्बर होब सकैए । मुदा एकिन तथ्यांक नागवंशी समुदाय अधिनके जातिसभकेँ नइ छै । राज्य एहन तथ्यांक संकलन करबमे पछुआएल छै ।
प्राचीन समुदाय नागवंशी आब आँगूरमे गणब जतेक संख्यामे रहिगेल छै । तात्कालीन नेपाल उपत्याका(काठमाण्डौ,भक्तपुर,ललीतपुर)क्षेत्रक मूल आदिम्बासी नागजाति समुदयाक नागवंशीसभके गौरवमय इतिहास एवं परम्परा छै ।
उपत्याके मूलवासी नागंशीसभ नागरीक सभ्यता नेपालमे शुरु होबस’ पहिनेस’ उपत्यकामे बसैत आएल निछुन जाति समुदाय छै । नेपाल उपत्यकामे गौपालक , महिष पालक सभके आब-बसस’ पहिने उपत्यका नागवंशके अधिनमे छल ।
एहन तर्क सिद्ध जनतब इतिहास रचियता सोम प्रसाद खतिवडा एवं कमला दाहाल रचित ‘नेपाली समाज एवं संस्कृतिको परिचय’ नामक पुस्तकके अध्ययनस’ पुष्टि होइत छै ।
एहितरहें जनकपुरधाम वार्ड नं.४ स्थित पुरना बैलहट्ठाबजार लग विषहरा मन्दिरमे सेहो नाग पुजा एवं मेला आयोजन कार्य भेल छै । विषहरा पोखरिस’ सटले पछिम मोहार पर विषहरा नागदेवके प्रतिमा छै ।
एतह नागवंशी समुदायके अतिरिक्त नगर एवं नगरस’ बाहरोके लोक मेलामे सामेल भेल छै नागदेव विषहरकेँ छुटे मन्दिर प्राचीन तिरहुतियागाछीके बैलहट्ठे बजार लग अवस्थित छै ।
नागपुजाके अवसर पर एतह धानके लावा दूध मिष्ठान लोक चढ़ाक आत्मिक शान्ति प्राप्त करैए । एतहु भव्य मेलाक आयोजन भेल छै ।
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