सीमाञ्चल समदिया,
जनकपुरधाम । बृहस्पति दिन एकटा कुट्टीकेँ सार्वजनिक भूमि अतिक्रमण करब आ कराएब एवं अतिक्रमण नइ कएल पक्षबीच पैघ घमाशान भेल । जाहिमे दशगोटेकेँ प्रहरीद्वारा पकरल गेल छै । अइ घामाशनमे समाजक सचेत वर्ग पत्रकारके नाम जुड़ल आएल छै । तैँ घटना रोचक आ रहस्यमय छै ।
सयकरो वर्ष पुरान ‘रसिक बिहार तेली कुटी’के जग्गहमे राइतके समयमे भूमाफियाद्वारा मन्दिर स्थलमे तोड़फोर कराक जग्गह हथियाबके काज कएलगेल छै । जनकपुरधामकेँ जानल-मानल पत्रकार बृजकुमार यादवद्वारा एहन काज कएल कराओल गेल । एहन आरोप एकपक्ष लगौने छै ।
पत्रकार यादव भूमि किनने छी, नम्बरी जग्गह छै, ओहन दाबी करैत लालपुर्जा देखबैत छैथ ।
संगै ‘‘जनकपुरधाम उपमहानगरपालिका वार्ड नं.८ मे रहल अपन जग्गहकेँ जातियताके नाममे किछुगोटे अतिक्रमण करए लागल छै ओ उन्टे आरोप लगौलाह । अप्पन जग्गहकेँ अतिक्रमण होएस’ रोकब काज कएला पर हमर घरमे आइबक किछु गोटे आक्रमण कएलक’’ तेहन आरोप पत्रकार यादव लगौने छैथ ।
यादवके जउपमहानपा वार्ड नं.२ किशोरीनगर स्थित घरमे पत्थराव कएलगेल । पथराव कएलगेल आरोपमे आठगोटेकेँ प्रहरी नियन्त्रणमे लेलक, घरपर पथराव करएबालासभमे जउबासंघके पूर्वअध्यक्ष शीबशंकर साह ‘हिरा’, सहित धीरेन्द्र साह, राजु साह आदि एक्कहि समुदायक लोक रहल ओ चिन्हीत कएने दाबी कएलाह ।
रसिक तेली कल्याण मन्दिर(कुट्टी)के सार्वजनिक सम्पति कोना हथियाएब ओ खेल भेल छै । ओकर बचावमे लागल समाजक लोककेँ उन्टे प्रहरी प्रशासनीक लोक पकैर लजाइत छै । ई अत्यन्त खेद आ दुःखजनक बात छै । धार्मिक स्थल आ लोक विश्वासके स्थानमे अपन पहुँच आ पक्करकेँ ओजहें मनपर्दी काज करबमे जे तुच्छ काज कएलगेल छै ओ एकतरहें सामाजिक अपराध छै ।
राजनीतिक आवरणमे जाहितरहें समाजमे अपराध पनपैत छै । तहिना पत्रकारिताकेँ आढ़मे किछु गोटे सेहो समाजिक अपराध जाइनक अथवा नइ जाइनक कलैत छै वा करबैत छै । आजुक घटना तकरे टटका उदाहरण छै ।
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