जाढ़-ठाढ़स’कन्न-कन्नी बढ़ैत,समान्यलोक फिरसानीमे

२०७७ माघ २, शुक्रबार १४:३४
सीमाञ्चल समदिया

  • 16
    Shares

सीमाञ्चल समदिया,
जनकपुरधाम । ‘तिला संक्राति’ सैठते जाढ़-ठाढ़मे कमी आबैत छै । मुदा अइबेर तेहन मौशम नइ भरहल छै । दिनो दिन कन्न-कन्नी बढ़ैत जारहल छै । जाहिस’ जनजीवन अस्त-ब्यस्त भरहल छै ।

माघकेँ पाला एहन पैर रहल छै आ कन्नकन्नी ठाढ़स’ लोक घरस’ बहराएब नइ सैक रहल छै । कि खयनाइ-पिनाइ, हगनाइ सभ एकर प्रकारे बाधक भरहल छै । गदेलापर पड़ल पड़ल कम्मर-रजाइकेँ तरमे सभ भूख पियास मेटाइत रहे ओहन अवस्था एम्हर किछु दिनस’ प्रकृति कदेृने छै ।
तराईक्षेत्रमे विशेष रुपस’ जाढ़ बेसी भगेल छै । घनघोर धुइन, मन्द हब्बा सिहकैत रहने कन्न-कन्नी आओर बैढ जाइत छै । एहनमे निर्धन, गरीब, असहाय लोककेँ संगे संग मध्यवर्गिय लोक बेसी फिरसानीमे पड़ैत जारहल छै । सरकार ओहन उदार सेहो हमरसबहक देशमे नइ छै ।

जे, सरकार दरकारी लोककेँ सेवा सुविधा राहत आदि उपलब्ध कराब सकैए । तैँ लोक ठिठुरैत थरथर्राइत जीवन निर्वाहन पर बाध्य छै । प्रकृतिक कुहेस कहिया फटैय आ सुरुज भगवान अपन प्रकाशस’ गर्महाट पृथ्वी पर कोन दिनस’ आनैए तकर प्रतिक्षा अछिए; सर्व-साधारणस’ ल’क’ आन-आन प्राणिकेँ सेहो ।

https://simanchal.com/wp-content/uploads/2020/07/ads-simanchal.png
https://simanchal.com/wp-content/uploads/2022/08/bigapan-Jnk.jpg

प्रतिक्रिया

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

सम्बन्धित

रौदिया अवस्थामे धान दिवस
रौदिया अवस्थामे धान दिवस
२०८० असार १६, शनिबार १०:३५
सीमाञ्चल समदिया
By-simanchal.com
गर्मीस’ राहत एवं प्राणवायुलेल वन-जीवन जोगाउ
२०७९ श्रावण २३, सोमबार १४:०४
सीमाञ्चल समदिया
simanchal.com
तराइमे वर्षा वरसल कन्न-कन्नी बढ़ल,पहाड़मे वर्फ खसल
२०७८ पुष १४, बुधबार १७:४१
सीमाञ्चल समदिया
खजुरी गाममे सफाइ-सुथरता पर जोड़
२०७८ आश्विन ९, शनिबार १८:१४
सीमाञ्चल समदिया
हिमवत्-खण्ड भारतवर्षमे नागपुजन परम्परा एवं नागवंश
२०७८ श्रावण २९, शुक्रबार १२:५७
सीमाञ्चल समदिया
सतोषर पोखरिमे डूइबक एकटा बालिका मरल
२०७८ जेष्ठ ८, शनिबार ११:३६
सीमाञ्चल समदिया