सीमाञ्चल समदिया,
जनकपुरधाम । मिथिलाधामके ऐतिहासिक पन्द्रह दिना परिक्रमा पछाइत आइ रविदिन लोक जनकपुरधामके अन्तरगृह पञ्चकोसी परिक्रमा कएलक । अन्तरगृह पाँचकोसी परिक्रमा-यात्राक्रममे नगरमे विभिन्न दृश्यावलोकन प्रायः लोक कएने होएत ।
जाहिमे एकटा दृश्य मोन दुखित आ आक्रोषितो करएबाला छल भिखमङ्गासभकेँ भिख मांगैतबाला ! भिखमङ्गासभकेँ हेंजक हेंज देखक एतुका धार्मिक गौरवगाथाकेँ दगलग्गु बनाबकेँ काज भरहल अनुभूति कोनो सजग सचेत नागरिक अरबैसक कएने होएत ।
समान्यतः देखला पर मधेशी मुँहकान नयन नक्सबाला लोक देखाइत छै । अबूझ अन्जान लोक बुझत ‘तराईबासी-मधेशीया भिखमंगासभ छै’! अइस’ मधेशक्षेत्र आ मधेशके लोक बदनामी खेपत आ खेपैत छै । मुदा सत्य ई छै परिक्रमा-यात्रा क्रममे जनकपुरधाम परिक्रमा मार्गमे विभिन्न रुप रङ्ग आ भेषभूषा बनाक भिख मांगैत जे दृश्य देखल जाइत छै ओहिमे एक्कहुटा लोक एतुका मधेशके मधेशीया नइ रहैत छै ।
किछु अपवाद बाहेक सभकेँ सभ पडोसी देशस’ आएल भिखमङ्गा सभ छै । विशाल, समृद्ध परोसी देशक दरिद्र नागरिकसभ हमरासभकेँ देशमे आविक तुच्छ काज करैत नेपाल एवं मिथिला-मधेशक्षेत्रके बदनाम अहूरुपमे करबैत छै । अइपर लगाम लगाओल जाय चाही ! एहन बहरुपिया भिखमङ्गा सभकेँ पकैर सीमा पार धकेलक चाही मेला हुअस’ आ लागस’ पहिने ।
जे अपाहिज अपाङ्ग छै तेहन रहए त’ कोनो बात नइ । मुदा सपाङ्गसभ अपाङ्ग बैन विभिन्न तरहेँ कोढि़फूटुवा बैनक नखरकट्टा बैनक धन उगाहि क’क’ एतहस’ चैल जाइत छै । मुदा नाक कटाइत छै जनकपुरधामकेँ ! एतुका समाजकेँ !! नेपालदेशकेँ !!! अइ बदनामीकेँ चेन्हासी विदेशी पर्यटकसभ आइबक आओर गहिंरगर क’ दैत छै । ताहु लेल सचेतता हमरासभमे आवश्यक छै ।
पहिने भिख भिखार कात करौठमे बैसैत छल अइबेर परिक्रमा सड़ककेँ बीचोबीच अपन-अपन गुदरी बिछाक परिक्रमायात्री सभकेँ चलबमे दुबिधा सेहो उत्पन्न करैत देखल गेल । जेना हुनक सबहक पुर्खाके अरजल सम्पति होइ ।
जनकपुरधाममे अनेक समाजिक संगठन एवं समाजसेवी कहबैकासभ छैथ । मुदा देशके समाजकेँ नाककटाब लेल बहरिया भिखमङ्गा सभकेँ जमात, विभिन्न भेषभूषा धारण क’क’ अनेक युक्ति अपनाक अन्न-धन्न संग्रह क’क’ एतहस’ मजास’ जाइत छै एवं बदनामी छोइर जाइत छै ।आयातित पेशेवर भिखमङ्गा सभमे हरेक उमेरके महिला, बालबालिका,बृद्ध-बृध्दासभ सामेल रहल देखल जाइत छै ।
गुदरी बिछाक परिक्रमायात्री सभकेँ चलबमे दुबिधा उत्पन्नकर्ता बहरिया भिखमङ्गासभकेँ उचित ब्यवस्थापन, नियन्त्रण अथवा रोकटोक किछु नइ कए पाबैत छै । नइ जनकपुरधाम उपमहानगर पालिका, नइ बृहत्तर जनकपुरक्षेत्र विकास परिषद् , नइ प्रहरी प्रशासनिक निकायक लोक अइदिश कहियो गम्भिर भेल ।
प्रदेश सरकारकेँ सेहो ध्यान अइ दिस अखनुधैर नइ जासकल छै जाइन नइ किए ? तैँ समाज बिरोधी, राष्ट्र बिरोधी काज केओ करे आ माथ हम नेपालीसभ निहँुराक चली ई बात सहाज नइ हुअ चाही ! चित्रसभःनागवंशी/सीमाञ्चल
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