सीमाञ्चल समदिया,
जनकपुरधाम । हँसपुर नगर पालिका अन्तर्गत ‘पोलि हाऊस’ निर्माण क’क’ आधुनिक प्रविधि मादे उत्तम खेती करब काजमे कृषकसभकेँ अग्रसर कराओल गेल छै ।
हँसपुर नपा वार्ड नं.५ के बेल्हीमे ‘बेल्ही एकिकृत ग्रामिण विकास खानेपानी तथा सिंचाई आयोजना’ के माध्यमस’ युएनडिपीके सहयोगस’ समाज विकास पथ नेपालके मादे दूटा पोलिहाऊस निर्माण कराओल गेल छै । जाहिमे बेमौसमी तरकारी उत्पादन हेतु बीयु तयार करब काज कएल जाइत छै ।
उत्पादित बीया ओहिक्षेत्रके कृषक, कृषकसभकेँ दूटा कृषक समूहके माध्यमस’ अत्यन्त न्युन शुल्कमे वितरण कएल जाइत छै । ई एकटा नीक आ उदाहरणीय काज भेल छै ।
तराईक्षेत्रमे बढ़ैत गर्मी, रौद-बसात, वर्षा आदिके कारण बिक्षन्ने बालि समय पर तयारी नइ भपाबैत छै । अगता खेतीलेल विया तयार नइ होइत, समय पर रोपाई-डोपाई नइ होएत, समय पर वीया रोपल नइ जाएत त’ खेती कोना सपरत !
तेहनमे एकटा उत्तम साधनके रुपमे पोलिहाऊस धनुषामे पहिल नमुनाके रुपमे कायम कएलगेल छै । करबि १६ महिना पहिने तीनकठ्ठा क्षेत्रफलमे दूटा पोलिहाऊस समाज विकास पथ(सोडेप नेपाल) मादे निर्माण कएलगेल । ओ जनतब स्थलगत अवलोकन भ्रमणमे गेला पर भेल ।
बेमौशमी एवं अगता खेती हेतु विक्षन्न तयारी करब, कृषकसभकेँ वितरण करब एवं पोलिहाऊसस’ लगेल विया रोपलक, ओकर उत्पादन केहन होइत छै ओहिके अनुगमन समेत कृषकसमूह मादे कएल जाइत छै ।
ओ जनतब सोडेपव्दारा कामय स्थानीय कृषकसभ सम्मलित ‘‘भैरव बाबा कृषक समूह’’के अध्यक्ष चन्देश्वर यादव सीमाञ्चल समदियाकेँ बतौलाह ।
तहिना राम शीला यादवके अध्यक्षतामे कायम ‘‘महिला कृषक समूह’’ सेहो उत्पादित वीयु-विक्षन्नके उपेयोग प्रयोग क’क’ लोक लाभान्वित होए ओहिलेल सोकजगर काज करैत आएल छै, जनतब भेटल ।
हँसपुरक्षत्रके कृषकसभके जीवन स्तर उठाब लेल एवं आत्मनिर्भर बनाब लेल कएल जारहल आधुनिक खेतीके उपायस’ बेसी स’ बेसी लाभ कोना लेल जाए तेकर तकनीकी विषयके जनतब सेहो देल जाइत छै ।
ओहि काज लेल पोलि हाऊस लग आओर ४ कठ्ठा ४ धूर जग्गहमे अन्य-अन्य योजना अधिन अन्य संरचना निर्माण कएलगेल छै । जाहि भवनमे कृषक पाठशाला संचालन सेहो कएलगेल छै ।
‘क्राप क्यालेण्डर’ अनुसार पाठशालामे खेती, उत्पादन वीयु रोपन-सैय्याहर व्यवस्थापनके शिक्षा समूहगत रुपमे देल जाइत छै ।
सप्ताहमे एकटा समूहके एकबेर क’क’ जममा ४ समूह कायम कएल समूहके कृषक पाठशालामे पढाओल-कृषि-खेतीबारेमे बताओल जाइत छै । से जनतब सोडेपके सत्यनारायण साह स्थलगत अवलोकनमे बतौलाह ।
पोलि हाऊस २ टाकेअतिरिक्त ओपेन हाऊस फार्मिङ्गके सेहो व्यवस्था ओतहि कएल गेल छै । जाहिमे कूल ३५ लाखके लागत लागल छै । कर्मचारी विज्ञसभके खर्च मीलाक १६ महिनामे ४८ लाख जम्मा ब्यय भेल छै ।
आब एकटा कर्मचारी ‘एग्रिकल्चर टेक्निशियन’ निरन्तर रहैत छै । जिनका रेखदेखमे कृषी जन्य वियु उत्पादन ब्यवस्थापन कएल जाहल छै ।
एकर निरन्तरता लेल स्थानीय सरकार, प्रदेश सरकार अथवा संघीय सरकारके उत्सुकता देखाबक चाही एवं लगानी सेहो ।
जाहिस’ आधुनिक प्रविधिके उपयोग मादे कृषिजन्य बस्तुके उत्पादन बृद्धि, व्यवसाय पनपैत रहैक एवं आत्मनिर्भर कृषकसभ होए । कथुके खगता नइ होइ, समृद्ध समाज व्यवस्थित समाज बनल रहैक ।
ताहिके हेतु सभस’ पहिने किछुओ नइ किछु स्थानीय सरकारके लगानी अरबैस करक चाही, फिल्ड कोडिनेशन करैत चान्दनी साह सीमाञ्चल समदियाकेँ बतौलीह ।
‘इन्भारमेन्ट एडभोकेसी प्रोग्राम फर प्रमोटिङ्ग क्लाइमेट स्मार्ट एग्रिकल्चर’ कार्यक्रमके तहद दशवर्ष लेल जग्गह भाडामे लेल गेल छै ।
अइमे बेल्ही ग्रुप अफ एनजीओ डेनमार्क, युएनडिपी मादे ओभर हेड टैक(पानीटंकी) सेहो निर्माण कएलगेल छै । जाहिस’ अखनु २७० घर परिवार शुलभ तरिकास’ शुद्ध जलके उपयोग करहल छै । स्वच्छ जल पीब रहल छै ।
सोलार सिस्टमस’ सिंचाई सुबिधा सेहो उपलब्ध छै जे प्रयोगमे आइब रहल छै । कूलमीलाक उतम खेती हेतु शुलभसाधनके उपलब्धता हेतु सोडेप मादे नीक काजके शुरुआत भेल छै । चित्रसभःनागवंशी/सीमाञ्चल
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